ओम प्रकाश रावत
विंढमगंज-सोनभद्र। थाना क्षेत्र के अंतर्गत झारखंड – उत्तर प्रदेश सीमा के सततवाहिनी नदी के तट पर स्थित विंढमगंज का सूर्य मंदिर पांच प्रांतों के श्रद्धालुओं का आस्था का प्रमुख केंद्र है। नदी के संगम स्थल पर स्थित इस मंदिर की विशेष महत्व इसलिए बढ़ जाती है कि पुराणों में यह विधान है कि छठ पर्व कार्तिक शुक्ल पक्ष के छट्ठी को मनाए जाने वाला एक
हिंदू पर्व है। मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के तराई क्षेत्रों में मनाया जाता है लोक आस्था का महापर्व छठ व्रत में धूमधाम से मनाया गया। सतत् वाहिनी छठ घाट पर व्रती महिलाओं ने उदयाचलगामी भगवान भास्कर (उगते हुए सूर्य) को अर्घ्य दिया। इसी के साथ ही चार दिवसीय
महापर्व संपन्न हो गया।घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। ।व्रती महिलाओं ने सूर्यदेव और छठ मैया की उपासना कर परिवार की सुख समृद्धि के लिए कामना की। इससे पूर्व रविवार को अस्ताचलगामी (डूबते) सूर्य को अर्घ्य दिया गया। वही संध्या महाआरती में हज़ारों श्रद्धालु की रही भीड़ आरती के बाद
सांस्कृतिक कार्यक्रम व झांकी की शुरूवात हुई कई विद्यालय के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुत की गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिए छात्र-छात्राओं को क्लब के अध्यक्ष नंदकिशोर गुप्ता सहित अन्य पदाधिकारियों व मुख्य अतिथियों
के हाथों मेडल पहनाकर सम्मानित करने का काम किया गया।ग्राउंड में बड़ी सी एलसीडी पर लाइव प्रसारण देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही। दुर-दराज से आए हुए अतिथियों को सन् क्लब सोसायटी द्वारा माल्यार्पण व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान प्रशासन भी मुस्तैद से तैनात रही।