श्रीराम वनगमन की कथा सुन श्रोताओं की नम हुई आँखें

रामजियावन गुप्ता/बीजपुर(सोनभद्र) जरहा स्थित अजीरेश्वर महादेव धाम पर श्रीराम कथा के छठे दिन परशुराम लक्ष्मण संवाद माता सीता के साथ अयोध्या वापसी के बाद राम वनगमन की विस्तृत कथा का वर्णन सुन श्रोतावृन्द की आँखें नम हो गयी। कथावाचक पूज्य प्राची देवी द्वारा पंचम दिन की शेष कथा का अंश सुनाया गया बाद सीता स्वंयम्बर धनुष टूटने के बाद क्रोधित परशुराम लक्ष्मण के बीच संवाद का रोचक प्रसंग सुन पंडाल से तालियों की बौछार शुरू हो गयी। माता कैकई द्वारा भरत का राज्याभिषेक राम को चौदह वर्ष वनवास के लिए राजा दशरथ से बरदान की कथा के रोचक प्रस्तुति ने पंडाल में बैठे श्रोताओं को जड़वत बना दिया।

शांत मुद्रा में बैठे श्रोताओं के अंदर नई ऊर्जा डालने के लिए कथा प्रवक्ता पूज्य प्राची देवी ने नए नए भजन और चौपाई सुना कर लोगों में नई ऊर्जा का संचार कर सभी को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। प्रख्यात कथा वाचिका प्राची देवी के मुखार विंदु से श्रीराम कथा की अमृत वर्षा में हजारों श्रद्धालु भक्त श्रोता प्रतिदिन गोते लगा रहे हैं। नए अंदाज में प्रस्तुत की जा रही रामकथा में हजारों श्रोताभक्तों की भीड़ प्रतिदिन कथा श्रवण करने पहुँच रही है। कथा समाप्ति के बाद एक स्वर से कथा आयोजक राजेन्द्र सिंह बघेल द्वारा इतने बड़े धर्मिक आयोजन को धाम पर सुनियोजित कराने की मुक्त कंठ से प्रशंसा की गयीं। मंगलवार की कथा में मुख्य अतिथि कथा श्रोता के तौरपर पधारे राज्यसभा सांसद रामशकल ने अजीरेश्वर धाम परमार्थ जनसेवा ट्रस्ट द्वारा निर्मित भूतल तल में बने एक हाल का फीता काट कर उद्घाटन किया उक्त अवसर पर आरबी पाठक, वनवासी कल्याण आश्रम के आनन्द जी सहित अन्य अतिथियों के साथ मौजूद रहते हुए श्रीराम कथा श्रवण कर जीवन धन्य किया। इस दौरान सांस्कृतिक समिति के पदाधिकारी अतुल शर्मा,दीपक कुमार दुवे,दलसिंगार, प्रदीप सिंह,रंजीत जायसवाल,सूरज कुमार दुवे, सुरेंद्र,ज्ञानचंद,राणाप्रताप,अमित कुमार,आकाश, महेश, अजित ने कथा के बाद प्रत्येक श्रोताओं तक प्रसाद और महाप्रसाद वितरण कर कार्यक्रम में भरपूर योगदान दिया।

Translate »