सुरभी चतुर्वेदी की रिपोर्ट
वाराणसी , बीते 50 वर्षो से नाक कान गला विभाग के डॉक्टर के एन मिश्रा मरीजों का ईलाज पूरे समर्पण और सेवा भाव से कर रहे है । डॉक्टर के एन मिश्रा सन 1973 में जब इस विभाग में प्राइवेट प्रैक्टिस करने आए उसे वक्त तक इस विभाग में कोई डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस में नहीं था । आंख के डॉक्टर ही नाक कान और गले के रोग का इलाज करते थे डॉक्टर के एन मिश्रा इस विभाग के पूरे पूर्वांचल के पहले प्राइवेट प्रैक्टिशनर हुए । नाक कान और गले विभाग में जनरल बीमारी के इलाज के साथ जटिल से जटिल ऑपरेशन की शुरुआत भी पूरे पूर्वांचल में पहली बार डॉक्टर के एन मिश्रा ने किया पहला बड़ा ऑपरेशन कान के प्रत्यारोपण का था जो माता आनंदमयी अस्पताल में किया गया था ।
तब से लेकर आज तक अनवरत इस विभाग में मरीज का सफल इलाज डॉक्टर के एन मिश्रा कर रहे हैं । उनके प्रैक्टिस के 50 वर्ष पूरे होने पर उनके अपने चाहने वालों ने उनके सम्मान में एक कार्यक्रम रविवार 5 नवंबर को रेलवे अधिकारी क्लब डीआरएम ऑफिस के पास लहरतारा वाराणसी में किया गया । कार्यक्रम में मैं शहर के जाने-माने डॉक्टर डॉक्टर वी डी तिवारी ने उनके कर्मठता , ईमानदारी और मरीजो के प्रति निष्ठा की बात कही तो वहीं डॉक्टर बी एम डी गुप्ता और डॉक्टर एस पी गुप्ता ने शुरुवाती दिनों के प्रैक्टिस कि उन दुश्वारियां को याद किया जिसको पारकर डॉक्टर के एन मिश्रा पूर्वांचल में मरीजों की सेवा कर सके । कार्यक्रम में सांढ़ बनारसी और एसपी मिश्रा ने भी डॉक्टर साहब के साथ अपने अनुभवों को साझा किया ।
इस मौके पर डॉक्टर की एन मिश्रा के साथ कंधे से कंधा मिलाकर 50 वर्षों की प्राइवेट प्रैक्टिस की इस सफर में कम से कदम मिलाकर चलने वाले उनके सहयोगी रहे शिवजोर शास्त्री को भी सम्मानित किया गया जिस लगन के साथ वह डॉक्टर साहब के साथ आज भी अनवरत जुड़े हैं उसकी याद को खुद डॉक्टर के एन मिश्रा ने साझा किया । डॉक्टर के एन मिश्रा के सम्मान समारोह में उनके क्लीनिक के स्टाफ ने भी डॉक्टर साहब की सह्दर्यता और उनकी उदारता की चर्चा कर अभिभूत हुवे । डॉक्टर साहब ने भी अपने सभी स्टाफ को सम्मानित किया ।
जिसमें शहर के जाने-माने डॉक्टर वी डी तिवारी , डॉक्टर बी एम डी गुप्ता , डॉक्टर एस पी गुप्ता श्री सुदामा पांडेय सांढ़ बनारसी , और एस पी मिश्रा के साथ शहर के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।