खादी हमारी पहचान है— राजकुमार

बीजपुर(सोनभद्र) डीएवी पब्लिक स्कूल एनटीपीसी रिहंदनगर में राष्ट्र के लिए खादी फैशन के लिए खादी के लिए जागरुकता पैदा करने के उद्देश्य से विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रत्येक वर्ष केंद्र सरकार द्वारा 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक खादी महोत्सव अभियान चलाया जाता है।आजादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में खादी को पुनः जन जन तक पहुंचाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। खादी हमारे स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण हथियार था गांधीजी के आह्वान पर एक ओर जहां खादी के उपयोग के द्वारा ब्रिटिश कपड़े के व्यापार को भारी नूकसान पहुंचाया गया साथ हीं खादी ने हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को एक रोजगार भी प्रदान किया था। विद्यालय के प्राचार्य राजकुमार ने अपने संदेश में कहा कि खादी हमारे स्वतंत्रता संग्राम की याद दिलाता है। यह हमारे लिए पोशाक हीं नहीं बल्कि हमारी पहचान है यह कुटीर उद्योग का आधार है आज भी खादी हमारे देश के लाखों लोगों के रोजगार का आधार है खादी हस्तकरघा से जुड़े लोगों की जीविकोपार्जन का प्रमुख माध्यम है। उन्होंने कहा कि खादी की पोशाक देश के विकास के लिए तो जरूरी है हीं फैशनेबल भी कम नहीं है। शिक्षक डॉ आर के झा ने खादी अपनाने पर बल दिया वहीं सामाजिक विज्ञान के शिक्षक अनन्त मोहन ने सभी को शपथ दिलाते हुए बताया कि खादी आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है इसलिए खादी के संवर्धन और विकास के लिए जनजन को आगे आना चाहिए एंव खादी को अपनाना चाहिए। इस अवसर पर विद्यार्थियों के साथ साथ पूरा विद्यालय परिवार उपस्थित रहा और खादी को अपनाने एवं ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने हेतु कृत संकल्पित दिखा।

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