विजयादशमी मानव मूल्यों और आदर्शो का उत्कृष्ट प्रतीक -आर० पी० सिंह

अनपरा ( सोनभद्र ) एक बार फिर बुराई की हार और अच्छाई की जीत हुई, विजयदशमी के दिन हिण्डालको रेणुसागर पावर डिवीजन रेनूसागर में बुराई का प्रतीक रावण अंततः हार गया, इंटर कालेज विद्यालय मैदान पर हजारों हजार की संख्या में मौके के साक्षी स्थानीय नागरिकों के समक्ष विशालकाय रावण के पुतले का दहन किया गया, तीर लगते ही उपस्थित नागरिकों ने भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, हनुमान जी की जय के गगनभेदी नारे लगाये व विभिन्न प्रकार की रंग बिरंगी आतिशबाजी से पूरा ग्राउंड गूंज उठा।

इसके पूर्व कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हिण्डालको रेणुसागर पावर डिवीजन के यूनिट हेड आर पी सिंह व अन्य अतिथि शैलेश विक्रम सिंह,मयंक श्रीवास्तव,गुलशन तिवारी सपत्नीक ने भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, हनुमान जी को तिलक लगाकर आरती उतारी। ततपश्चात मुख्य अतिथि ने रामलीला के समिति अध्यक्ष व कलाकारों के अभिनय की तारीफ करते हुये उपस्थित विशाल जन समुदाय को दशहरे की बधाई दी तथा कहा कि बुराई पर अच्छाई एवं असत्य पर सत्य की जीत के रूप मे यह त्यौहार मानव मूल्यों और आदर्शो का उत्कृष्ट प्रतीक है। यह समाज को सच्चाई , नैतिकता एवं मर्यादापूर्ण व्यहार करने की प्रेरणा देता है। रावण जैसे प्रकांड विद्वान व वैभव से भरपूर राजा को अमानवीय व अनैतिक कार्यो की वजह से जलना पड़ा इसीलिए भगवान राम के आदर्श आज भी प्रासंगिक है।

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