बीजपुर(सोनभद्र) ग्रामीण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति पिछले महीने से बदहाल चल रही है और कर्मी हर महीने भाँग खा कर फर्जी बिल उपभोक्ताओं को भेजने से नही चूक रहे है। म्योरपुर ब्लाक क्षेत्र के अधिकांश गाँवों मे गरीब आदिवासी बनवासी तबके की पिछड़ी जातियों के लोग निवास करते है यहाँ के ग्रामीणों का बिजली बिल अगर आधा लाख रुपये आए तो समझ लीजिए कहीं न कहीं यूपीपीसीएल कर्मियों के घोर लापरवाही का ग्रामीण शिकार हो रहे हैं। मामला बीजपुर सबस्टेशन से जुड़े गॉंवों का है यहाँ के अधिकांश लोग एनटीपीसी पावर प्लांट में मजदूरी आदि करके अपना भरण पोषण करते हैं। इनके घरों मे लगाए गए मीटर में चार से 10 यूनिट बिजली जलाने का बिल चालीस से पचास हजार रुपये भेजा गया है जिसे देख ग्रामीण हैरान परेशान हैं।ग्रामीण धर्मनाथ का एकाउंट नम्बर 9672377008 पर बिजली का बिल 33530/रुपया भेजा गया है तो नेसार अहमद के एकाउंट नम्बर 8150472000 पर 20210/ रुपया,श्रीमती मतिया के एकाउंट नम्बर 2497696595 पर 33652/ रुपया, गोपीचंद के एकाउंट नम्बर 7858402000 पर 36295/ रुपया, उपेंद्र सिंह के एकाउंट नम्बर 31660622000 पर 35788/ रुपया, रूपचंद के एकाउंट नम्बर 3395602000 पर 25704/ रुपया,दिलीप कुमार के एकाउंट नम्बर 5695182000 पर 44037/ रुपया, रीता देवी के एकाउंट नम्बर 6695182000 पर 23245 /रुपया,रामनाथ के एकाउंट नम्बर 3938252000 पर 58267/ रुपये बिजली बिल जमा करने का मोबाइल पर जब मैसेज आया तो लोगबाग हैरान परेशान हो गए। ग्रामीण कहते है कि हम लोगों का मीटर रीडिंग चार से पांच तो किसी का अधिकतम दस यूनिट खपत दिखा रहा है लेकिन बिजली बिल पचीस हजार से पचास हजार के पार देख हम लोग हैरान है।बताया गया कि यह तो केवल उदाहरण है शतप्रतिशत लोगों के बिल में गड़बड़ी कर फर्जी बिल भेजा गया है। इसी तरह नधिरा सबस्टेशन के बकरिहवा फीडर में ग्रामीणों के पास वगैर रीडिंग लिए फर्जी बिजली बिल भेजे जा रहे हैं अनपढ़ ग्रामीण शिकायत करते हैं तो इलाकाई जेई डॉट फटकार कर भगा देते हैं यही कारण है कि ग्रामीण बिजली बिल जमा करने में रुचि नही लेते और बिभाग मनमानी फर्जी बिल बना कर ग्रामीणों के शोषण पर आमादा है। उपभोक्ताओं ने जिलाधिकारी से माँग किया है कि गाँवों में कैम्प लगा कर फर्जी बिजली बिल को तत्काल संशोधित कराया जाय जिससे ग्रामीण अपना बिजली बिल समय से जमा कर सकें।इसबाबत एसडीओ यूपीपीसीएल म्योरपुर राहुल सुंदरम ने कहा कि यह तकनीकी समस्या है और पूरा पूर्वांचल इस कि चपेट में है।हम लोग इसका इंतजार कर रहे हैं कि तकनीकी समस्या समाप्त हो तो एक साथ सभी के बिलों में सुधार किया जाय वैसे जो लोग आ रहे हैं उनका बिल सुधार किया जा रहा है।