वाराणसी से सुरभी चतुर्वेदी की
काशी के तीन रेलवे स्टेशनों का होगा कायाकल्प
बनारस रेलवे स्टेशन, सिटी रेलवे स्टेशन और काशी स्टेशन का पुनर्विकास कार्य किया जाएगा
इन सभी स्टेशन के नए डिजाइन स्थानीय संस्कृति और विरासत पर आधारित होंगे
विकसित होने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा रहा भारत अपने अमृतकाल के प्रारंभ में है-प्रधानमंत्री
आने वाले समय में देश के स्टेशन एयरपोर्ट जैसे दिखाई पड़ेंगे-अनिल राजभर
रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प बनारस की संस्कृति के अनुसार किया जाए, जिससे स्टेशन पर आने वाले यात्री को काशी आने का आभास हो-रविन्द्र जायसवाल
मंत्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने स्टेशनों के पुनर्विकास कार्य की सराहना किया वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत देशभर के 508 रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखी। इस पुनर्विकास परियोजना की लागत 24470 करोड़ रुपये होगी। इससे अब यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान होंगी। इन सभी स्टेशन के नए डिजाइन स्थानीय संस्कृति और विरासत पर आधारित होंगे। इस योजना में वाराणसी के तीन रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा। वाराणसी जनपद के बनारस रेलवे स्टेशन, सिटी रेलवे स्टेशन और काशी स्टेशन का पुनर्विकास कार्य किया जाएगा। प्रधानमंत्री के वर्चुअल कार्यक्रम के अवसर पर रविवार को काशी स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ नीलकंठ तिवारी, पुलिस कमिश्नर अशोक मुथा जैन, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम सहित रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी तथा सिटी स्टेशन पर उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल एवं बनारस रेलवे स्टेशन पर पीएम मोदी के वर्म्युअल कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के आयुष एवं खाद्य सुरक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र 'दयालु' एवं काशी क्षेत्र के अध्यक्ष दिलीप सिंह पटेल उपस्थित रहे। इस दौरान प्रधानमंत्री ने वर्च्युअल माध्यम से अमृत भारत योजना को लांच किया। बनारस के तीनों स्टेशनों पर अमृत भारत योजना के लांच का सजीव प्रसारण किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित होने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा रहा भारत अपने अमृतकाल के प्रारंभ में है। नई ऊर्जा है। नई प्रेरणा है। नए संकल्प हैं। इसी आलोक में आज भारतीय रेल के इतिहास में भी एक नए अध्याय की शुरुआत हो रही है। उन्होंने कहा कि "रेलवे में जितना काम हुआ है, वह हर किसी को प्रसन्न और हैरान करती है। दुनिया में दक्षिण अफ्रीफा, यूक्रेन, पोलैंड, यूके और स्वीडन जैसे देशों में जितना रेल नेटवर्क है उससे अधिक रेल ट्रैक हमारे देश में इन 9 वर्षों में बिछाए गए हैं। साउथ कोरिया, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में कुल जितना रेल ट्रैक है उससे अधिक रेल ट्रैक भारत में अकेले पिछले साल बनाए हैं।" बताते चलें कि अमृत भारत योजना के तहत काशी रेलवे स्टेशन पर करीब 350 करोड़ रुपए की लागत से पुनर्विकास का कार्य किया जाएगा। काशी रेलवे स्टेशन पर विश्वस्तरीय सुविधाएं विकसित होगी। वही बनारस रेलवे स्टेशन पर करीब 53.33 करोड़ रुपए से पुनर्विकास का कार्य किया जाएगा। बनारस रेलवे स्टेशन पर कई सुविधाओं का विस्तार किया जाना है। वही वाराणसी के सिटी रेलवे स्टेशन पर करीब 59.87 करोड़ रुपए से पुनर्विकास का कार्य किया जाएगा। मंत्री अनिल राजभर कहा कि प्रधानमंत्री के
द्वारा विकास के लिए एक साथ भारत के 508
स्टेशनों के लिए जो सौगात दी गई है, जो ऐतिहासिक है। करीब 25 हजार करोड़ की लागत
से देश के स्टेशनों का पुनर्विकास एक साथ करवाया जाना, एक अद्भुत और अकल्पनीय परिकल्पना है यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सोच का परिणाम है कि आने वाले समय में देश के स्टेशन एयरपोर्ट जैसे दिखाई पड़ेंगे। जो सुविधाएं एयरपोर्ट पर जाने पर मिलती है, आने वाले वह सभी सुविधाएं रेलवे स्टेशन पर भी मिलेगा। स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल ने अधिकारियों से कहा कि रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प बनारस की संस्कृति के अनुसार किया जाए। जिससे स्टेशन पर आने वाले यात्री को काशी आने का आभास हो। उन्होंने रेलवे स्टेशनों पर बनारसी संस्कृति एवं खाने-पीने के व्यंजन सहित यहां के प्रमुख उत्पादों के स्टाल आदि विकसित किए जाने पर विशेष जोर दिया। उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री दयाशंकर मिश्र “दयालु” ने प्रधानमंत्री के द्वारा अमृत भारत योजना के तहत स्टेशनों के पुनर्विकास किए जाने के लिए दिए सौगात की सराहना किया।