एस०एम०एस० वाराणसी में हुई सात दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम की शुरुआत

सुरभी चतुर्वेदी की रिपोर्ट

शोध में उद्देश्य का स्पष्ट होना बेहद जरूरी: प्रो० पी० के० मिश्रा

वाराणसी, 5अगस्त: एस०एम०एस० वाराणसी में सात दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम की शुरुआत हुई। इस सात दिवसीय एफ०डी०पी० का मुख्य विषय “सिस्टेमेटिक लिटरेचर रिव्यू एंड बिब्लियोमेट्रिक एनालिसिस” है। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि आई०आई०टी० (बी०एच०यू०) के प्रोफ़ेसर पी० के० मिश्रा व विशिष्ट अतिथि गुरुग्राम स्थित एमिटी स्कूल ऑफ़ कम्युनिकेशन के निदेशक प्रो० सुमित नरूला थे। अतिथियों का स्वागत करते हुए एस०एम०एस० वाराणसी के निदेशक प्रो. पी. एन. झा ने कहा कि इस सात दिवसीय एफ. डी. पी. को सही मायनों में नई शिक्षा नीति के तहत तैयार किया गया है। इससे शिक्षकों को तेजी से बदलते शैक्षणिक परिदृश्य से तादात्म्य बैठाने में सुविधा होगी। उन्होंने बताया कि एक अच्छे शिक्षक को अध्यापन के साथ साथ शोध परक दृष्टि को भी विकसित करना चाहिए। एफ०डी०पी० के उद्देश्यों को रेखांकित करते हुए प्रो० झा ने कहा कि इस सात दिवसीय एफ०डी०पी० से निःसंदेह शिक्षक और शोधार्थियों में शोध को सही दिशा में करने में मदद मिलेगी।

उदघाटन सत्र के मुख्य अतिथि आई.आई.टी. (बी.एच.यू.) के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो. पी. के. मिश्रा ने कहा कि ए.आई. जैसी नई तकनीक ने शोध के क्षेत्र में तेजी से बदलाव किए हैं।
इस अवसर पर एस.एम.एस. वाराणसी के अधिशासी सचिव डॉ एम०पी० सिंह, कुलसचिव संजय गुप्ता, एफ०डी०पी० के संयोजक प्रो. अमिताभ पांडेय, प्रो. पल्लवी पाठक सहित बड़ी संख्या में शिक्षक व प्रतिभागी मौजूद रहे।

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