सुरभी चतुर्वेदी की रिपोर्ट
वाराणसी संकटमोचन स्थित सत्कृति हॉस्पिटल अब बनेगा हर मूक-बधिर बच्चों की आवाज, और वापस दिलाएगा उनकी पहचान सत्कृति हॉस्पिटल को भारत सरकार के उपक्रम एडिप C द्वारा मान्यता मिली है। एडिप CI के अंतर्गत जन्म से मूक-बधिर (गूंगे बहरे) बच्चों के लिए निःशुल्क कॉक्लियर इम्प्लांट सर्जरी की सुविधा अब सत्कृति हॉस्पिटल में उपलब्ध होगी। मौजूदा समय में सत्कृति एडिप CI द्वारा मान्यता प्राप्त पूर्वांचल का एकमात्र हॉस्पिटल है जिसका लाभ पूर्वांचल व आसपास के राज्यों के मरीजों को भरपूर मिलेगा।
सत्कृति हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. मनोज कुमार गुप्ता (वरिष्ठ नाक, कान व गता रोग विशेषज्ञ) ने पत्रकार वार्ता में पत्रकारों को बताया कि हॉस्पिटल बनारस व पूर्वांचल का पहला Pre-NABH प्रमाणित ENT हॉस्पिटल है, यहां पूरी गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए मरीजों का इलाज किया जाता है और अब कॉक्लीयर इम्प्लांट फंडिंग से हम मूक बधिर बच्चों का इलाज कर सकेंगे। अगर किसी का बच्चा पांच वर्ष से कम आयु का है और सुन बोल नहीं सकता है। ऐसे में परेशान होने की जरूरत नहीं है।
अब इसका निदान कॉक्लियर इंप्लांट सर्जरी से संभव है। लाखों रुपये की सर्जरी एडिप CI के स्तर से निःशुल्क कराई जाएगी। 2 से 5 साल तक के मूक-बधिर बच्चों के माता-पिता संपर्क कर सकते है। सर्जरी के उपरांत बच्चे में 100 फीसद सुनने एवं 90 फीसद तक बोलने की क्षमता आ सकती है। कॉक्लियर इंप्लांट सर्जरी के साथ ही स्पीच थेरेपी भी कराई जाएगी।