जंगलों का हाल जान पीसीसीएफ हुई सख्त, मातहतों को दिए कड़े निर्देश

अवैध खनन में लिप्त वाहनों को जुर्माने पर ना छोड़कर करे सख्त कार्रवाई

सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)। हाथीनाला डाइवर्सिटी पार्क दौरे पर आयी प्रधान मुख्य वन संरक्षक ममता दुबे ने पत्रकारों से वार्ता में बताया कि वे पौधरोपण को लेकर चल रही तैयारियों की जमींनी वास्तविकता से रूबरू होने के लिए रेनुकूट वन प्रभाग का दौरा किया है ,उन्होंने कहा कि यहां की प्रकृति धरोहर है इसे यहां के लोग इसे संभाल के रखे ,यहां जंगलों में कचरा व प्लस्टिक व बोतलों को फेंककर गंदगी ना फैलाएं ,इसके बाद पत्रकारों से रूबरू होते हुए क्षेत्र का हाल पूछा| पत्रकारों ने बताया कि यहां स्थानीय वनकर्मियों के मिलीभगत से वन भूमि से नदियों का खनन जोरों पर है साथ ही काश्तकारी परमिट के आड़ में जंगलों से खैर, सागौन ,

शीशम के साथ बेशकीमती लकड़ियां काटी जा रही है जिस पर निरंतर खबरों के प्रकाशन होने के बाद भी प्रभावी कार्रवाई अमल में नही लायी जाती,जिससे जंगलों से अवैध कटान और खनन रुक नहीं पा रहे है , जिसको गंभीरता से लेते हुए श्री दुबे ने डीएफओ स्वतंत्र श्रीवास्तव को निर्देशित किया कि जिसके रेंज में जंगलों से पेड़ कटे तो वहां के रेंज अफसर के खिलाफ नोटिस जारी कर उनका पक्ष लेकर अपने स्तर जांच कर सम्बंधित रेंज अफसर की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्रवाई करें और कार्रवाई रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को प्रेषित करें|वहीं अवैध खनिज का परिवहन करने वाले वाहनों को पकड़ कर जुर्माने की कार्रवाई ना कर वाहन को राजकीय संपत्ति घोषित करें ,तभी अवैध खनन व जंगलों की कटान पर अंकुश लग सकता है। पत्रकारों के सवालों के दरमियान पीसीसीएफ को अपना पक्ष बताते हुए मुख्य वन संरक्षक आरसी झा ने कहा कि अभी फिलहाल में खैर सहित तीन प्रजातियों के परमिट पर मैंने बैन लगाया है ,साथ ही कहा कि कास्त में खड़े खैर के पेड़ो की कटान व लोडिंग अब एसडीओ की निगरानी में करवाई जाएगी।

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