नदियों और पहाड़ों के सरंक्षण हेतु पर्यावरण प्रेमी ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक को सौंपा ज्ञापन

अवैध कटान के आरोप में निलंबन के बाद पुनः उसी बीट में तैनाती का मुद्दा भी उठाया

सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)। पर्यावरण संतुलन के प्रति गंभीर कार्यकर्ता और सिंगरौली प्रदूषण मुक्ति वाहिनी के वरिष्ठ सदस्य जंगत नारायण विश्वकर्मा ने शनिवार को हाथीनाला वन विभाग के अतिथि गृह में प्रधान मुख्य वन संरक्षक ममता दुबे को ज्ञापन सौप कर नदियों, पहाड़ों को संरक्षित करने की मांग की। इस दौरान श्री विश्वकर्मा कहा कि कार्यवाही केवल दिखावा भर होता है और कनहर नदी के वन क्षेत्र वाले भाग में भी अवैध खनन होता रहा है। इसमें बघाडू,रेंज के नगवा, दुद्धी रेंज के खोखा करहिया तथा विंडमगंज रेंज के बोधा डीह में वन भूमि पर भी खनन हुआ है जिसकी जांच हो और तीनों वन क्षेत्राधिकारियो के भूमिका की भी उच्च सतरीय जांच कराई जाए। ज्ञापन में बभनी रेंज में 17 वर्षो से तैनात एक वन कर्मी के निलंबन के बाद पुनः उसी बीट में तैनाती को लेकर सवाल खड़ा किया गया। श्री विश्वकर्मा ने मांग उठाई कि सोनभद्र के बिल्ली, मारकुंडी, कोन, जुगैल और अनपरा रेंज में हजारों एकड़ वन भूमि खाली पड़ा है उस भूमि पर पौध रोपण कराया जाए। साथ ही कहा की कास्तकारी परमिट की आड़ में जंगलों से कत्था के पेड़ो की तस्करी हर साल होती है उस पर रोक लगाया जाए। मुख्य वन संरक्षक ने आश्वासन दिया है कि वह मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच और कार्यवाही कराएंगी।

हाथीनाला कैंटीन होगा हाई टेक ,मिलेंगे सारा लट्टा और लड्डू

रेंज के हाथीनाला वन विभाग के दायवर्जन सिटी पार्क स्थित कैंटीन को आधुनिक बनाने और उसने स्थानीय उत्पाद के सामान बिक्री का आदेश प्रधान मुख्य वन संरक्षक ममता दुबे ने देते हुए कहा है की महुआ के लड्डू, सारालट्टा भी स्वंय सहायता से जुड़ी महिलाओ से बनवाकर रखा जाए। पार्क में मधु मक्खी को तत्काल हटाया जाए और डीपीआर में बदलाव कर प्राकृतिक रूप को ज्यादा महत्व दिया जाए। उन्होंने निर्देश दिया की जांगल को सुरक्षित रखा जाए। मौके पर संजीव श्रीवास्तव, डीएफओ स्वतंत्र कुमार, एसडीओ ऊषा देवी, डा भानेंद्र सिंह, रेंजर संजय श्रीवास्तव, शहजादा इमामुद्दीन, धीरेंद्र मिश्रा, रूप सिंह, राजेश सिंह, विजेंद्र सिंह, सर्वेश यादव,
सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

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