सिगरौली।भारत को योग गुरु कहा जाता है। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग लाभकारी है। योग का अभ्यास शरीर को रोगमुक्त रखता है और मन को शांति देता है। भारत में ऋषि मुनियों के दौर से योगाभ्यास होता आ रहा है।
योग भारतीय संस्कृति से जुड़ा है, जिसका प्रसार अब विदेशों तक हो रहा है। विदेशों तक योग के प्रसार का श्रेय योग गुरुओं को जाता है। भारतीय योग गुरुओं ने विदेशी जमीन पर योग की उपयोगिता और महत्व के बारे में जागरूक किया। आज दुनियाभर में योग को लोग अपने जीवन में शामिल कर रहे हैं और योगासनों के अभ्यास से स्वस्थ मन और तन की प्राप्ति का प्रयास कर रहे हैं। योग की इसी उपयोगिता से सभी को जागरूक करने के लिए प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस मनाया जाता है,इसी कड़ी में हिंडालको महान के सी.एस. आर.विभाग के पहल पर महान स्टेडियम में सूर्योदय के साथ ही महान के कर्मचारी और अधिकारी योग के लिये उपस्थित हुये।
योगाचार्य सुनील कुमार सिंह ने इस महान योग शाला में विभिन्न प्रकार के योगासनों को व्याख्यान किया और उन्हें सिखाया। वे योग के महत्वपूर्ण तत्वों पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए समय-समय पर ध्यान और मेधावी व्यायाम से अवगत कराया,उन्होंने भारतीय योग परंपरा के विभिन्न आसनों और प्राणायाम की व्याख्या की।
योग शाला में पतंजलि समूह के योगाचार्य सुनील सिंह के द्वारा बताए गए योगासनों का हिंडालको महान के कर्मियो ने अभ्यास किया और इसके द्वारा शरीर, मन, और आत्मा के बीच संतुलन बनाया। योग के अभ्यास से सदस्यों की तनाव, चिंता और थकान कम हुई और उन्हें सकारात्मक ऊर्जा की अनुभूति हुई।
कार्यक्रम में हिंडालको महान के परियोजना प्रमुख एस. सेंथिलनाथ ने योग के महत्व के बताते हुये कहा कि इस योग शाला में भाग लेने वाले सभी लोग योग के माध्यम से अपने शरीर,मन,और आत्मा के साथ संवाद स्थापित करे व योग के माध्यम से अपनी जीवनशैली में स्थिरता, संतुलन,और ध्यान को सम्पन्न करने के लिए नई दिशा में प्रयास करें। योग के लाभों के बारे में जाने और इसे अपनी दैनिक जीवनशैली में शामिल करने के लिए दुसरो को भी प्रेरित करें।कार्यक्रम में सी.एस.आर.प्रमुख संजय सिंह ने योगदिवस में शामिल हुये लोगों के प्रति आभार ब्यक्त करते हुये बताया कि योगआसन शरीर, मन और आत्मा को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। शरीर और मन को शांत करने के लिए यह शारीरिक और मानसिक अनुशासन का एक संतुलन बनाता है। योग तनाव और चिंता का प्रबंधन करने में भी सहायक है। योग आसन शक्ति,शरीर में लचीलेपन और आत्मविश्वास विकसित करने के लिए जाना जाता है।कार्यक्रम के सफल आयोजन में हिंडालको महान सेफ्टी प्रमुख गिरिजा पंडा का विशेष योगदान रहा।