भू-गर्भिय जल में कोबाल्ट, निकिल एवं लेड की अधिकता पाये जाने पर क्षेत्रीय अधिकारी पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को स्पष्टीकरण जारी करने के दिए निर्देश
सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)। जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह की अध्यक्षता में जिला पर्यावरणीय समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। इस दौरान डीम ने नगर पालिका परिषद व नगर पंचायतों में मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीन की उपलब्धता के सम्बन्ध में अधिशासी अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की, तो उनके द्वारा बताया गया कि उक्त मशीन के क्रय हेतु प्रस्ताव
प्रेषित किया गया है, जिस पर जिलाधिकारी ने मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीन शीघ्र क्रय किये जाने की कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश सम्बन्धितों को दियें और कहा कि इसमें किसी स्तर पर शिथिलता न बरती जाये। इस दौरान उन्होंने कहा कि नगर पालिका परिषद व समस्त नगर पंचायतों में एमआरएफ सेन्टर के संचालन के सम्बन्ध में भी जानकारी प्राप्त की, तो पता चला कि सेन्टर का संचालन किया जा रहा है।जिलाधिकारी ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी से भू-गर्भिय जल में कोबाल्ट, निकिल एवं लेड की अधिकता पाये जाने एवं इसके निवारण हेतु तैयार किये गये प्लान के सम्बन्ध में जानकारी चाही तो वह संतोषजनक उत्तर नहीं दे सकें, जिस पर क्षेत्रीय अधिकारी पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश दियें। जिलाधिकारी ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड विभाग से वायु प्रदूषण सूचकांक सम्बन्धी जानकारी ली गयी तो उनके द्वारा बताया गया कि सीएएक्यू एमएस मशीन कार्यशील है। निर्देशित करते हुए कहा कि वह इसके सम्बन्ध में रिपोर्ट प्रस्तुत करें और औद्योगिक इकाईयों द्वारा उत्सर्जित फ्लाई ऐश के निस्तारण के सम्बन्ध में की गयी कार्यवाही की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गंगवार, जिला विकास अधिकारी शेषनाथ चौहान, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबन्धक, सहकारिता, मुख्य चिकित्साधिकारी, सहायक निदेशक मत्स्य, जिला कृषि अधिकारी, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह सहित अन्य सम्बन्धितगण उपस्थित रहें।