घोरावल कचहरी में अधिवक्ताओं ने किया धरना प्रदर्शन
घोरावल (सोनभद्र)। तहसील अधिवक्ता समिति घोरावल व दी घोरावल बार एसोसिएशन घोरावल की आवश्यक संयुक्त बैठक समिति के अध्यक्ष राम किंकर पाठक एडवोकेट के अध्यक्षता में मंगलवार को सभा कक्ष में की गई। बैठक में अधिवक्ताओं ने अपने अपने विचार व्यक्त किए जिसके आधार पर बार द्वय के अधिवक्ताओं ने सर्वसम्मति से कहा कि उपजिलाधिकारी
घोरावल रमेश कुमार का कार्य आचरण उनके पद व गरिमा के अनुरूप नहीं है साथ ही अधिवक्ताओं ने कहा कि एसडीएम का व्यवहार अधिवक्ताओं के प्रति मर्यादित आचरण भी नहीं है। उनका व्यवहार शैली तानाशाह की तरह है। अधिवक्ताओं ने दो दिवसीय धरना का किया एलान किया साथ ही परिसर में चल रहे राजस्व न्यायालय उपजिलाधिकारी व तहसीलदार के न्यायालय कार्य बहिष्कार कर मंगलवार को धरना देकर सभा
कर विरोध जताया तथा लोकतांत्रिक तरीके से अगली रणनीति पर विचार कर अधिवक्ताओं का प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी से मिलकर स्थिति से अवगत कराएगा। बताते चलें कि तहसील अधिवक्ता समिति घोरावल सोनभद्र द्वारा दिनांक छः मई को उपजिलाधिकारी घोरावल को एक पत्र प्रेषित किया था, जिसमें बार एसोसिएशन के सदस्यों द्वारा बताई गई समस्याएं थीं। उसी समस्या के समाधान हेतु आपसी सौहार्द बनाए रखने हेतु वार्ता हेतु पत्र दिया गया था। जिसको एसडीएम ने कोई महत्व नहीं दिया बल्कि और भी अधिक तल्ख तेवर में नजर आए। लिहाजा सोमवार को मनमाने तरीके से कार्य करने पर अडिग हो गए। जिसका अधिवक्ताओं ने विरोध जताया और धरने पर बैठ गए। उपजिलाधिकारी घोरावल को छः मई को प्रेषित पत्र में अधिवक्ताओं ने कहा कई समस्याओं पर वार्ता करने हेतु पत्र दिया था, परंतु अब तक कोई भी वार्ता नहीं की गई। विपरीत इसके मनमाने ढंग से रवैया किया जा रहा है। जिससे क्षुब्ध होकर अधिवक्ताओं को विवश होकर लोकतांत्रिक तरीके से न्यायालय का वहिष्कार कर धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होना पड़ा। इस अवसर पर एडवोकेट पदाधिकारी व सदस्य आदिनाथ मिश्र, अफजाल अहमद, संतोष कुमार पाठक, हरि प्रकाश वर्मा, महेश यादव, जय सिंह, श्री प्रकाश सिंह, गोविन्द नारायण झा, कन्हैया दूबे, राजेन्द्र कुमार पाठक, राम नरेश विश्वकर्मा, राजेश कुमार पाण्डेय, इन्द्र देव सिंह सहित तमाम अधिवक्ता उपस्थित रहे।