गृहे- गृहे गायत्री यज्ञ अभियान का प्रारंभ

घर-घर हुआ यज्ञ हवन पूजन का कार्यक्रम।

लोकमंगल एवं पर्यावरण संरक्षण को लेकर संपूर्ण विश्व में एक साथ हुआ यज्ञ।

सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के आवाहन पर संपूर्ण विश्व में बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर भारतीय संस्कृति में आस्था एवं विश्वास रखने वाले गायत्री परिजनों एवं अन्य महानुभाव द्वारा विश्व शांति, लोकमंगल, संकट निवारण एवं पर्यावरण शुद्धि के लिए अपने घर प्रतिष्ठान में एक साथ यज्ञ का आयोजन किया गया।
इस अभियान के अंतर्गत विंध्य संस्कृति शोध समिति उत्तर प्रदेश ट्रस्ट के कार्यालय संस्कृति सदन में गायत्री परिवार द्वारा दीक्षित ट्रस्ट के निदेशक दीपक कुमार केसरवानी, गायत्री परिवार के जिला समन्वयक राजकुमार तरुण, सह समन्वयक अरविंद कुमार सिंह, आचार्य अरुण कुमार,शिवशंकर कुशवाहा, बालमुकुंद शुक्ला, हर्षवर्धन केसरवानी, राधारमण

चौवे, रामदास कुशवाहा, पन्ना लाल, सीताराम प्रजापति, वंशनारायण मौर्य, रामदेव चौहान, राजेन्द्र प्रसाद गोंड, रामचंद्र पटेल, राममलिक, जनार्दन गुप्ता, रामदुलारे विश्वकर्मा,रामनाथ प्रजापति, प्रतिभा देवी, शकुंतला देवी, सीमा अग्रहरी शशिकला श्रीवास्तव, सरिता जायसवाल, शकुन्तला, ऊषा देवी,सुमन गुप्ता, गोविन्द जी, गोपाल अग्रहरि, सुग्रीव जी,शिवकुमार, प्रदीप कुमार गुप्ता,रानी गुप्ता,अमरेश पाण्डेय,प्रदीप जायसवाल, प्रेमचन्द्र गायत्री परिवार के सदस्यों एवं पदाधिकारियों द्वारा सुविधानुसार अपने-अपने क्षेत्रों में एकांगी एवं सामूहिक रूप से गृहे- गृहे गायत्री यज्ञ अभियान के अंतर्गत अखिल विश्व गायत्री परिवार के संस्थापक आचार्य पंडित श्री राम शर्मा एवं गुरु माता के अलौकिक संरक्षण में चित्र के समक्ष धूप प्रज्वलित, माल्यार्पण कर गायत्री मंत्र से 24 आहुतियां एवं महामृत्युंजय मंत्र से 3 आहुतियां देकर विश्वमंगल की कामना किया। गायत्री परिवार के जिला समन्वयक राजकुमार तरुण ने एक प्रेस विज्ञप्ति से के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि जो भाई-बहन किसी कारणवश बुध पूर्णिमा को यज्ञ का आयोजन नहीं कर पाए हैं वाह 7 मई दिन रविवार को आयोजन कर इस विश्वव्यापी अभियान में शामिल हो सकते हैं। जिससे गृहे गृहे गायत्री यज्ञ अभियान को बल मिलेगा और हर व्यक्ति गायत्री परिवार से जुड़कर भारतीय संस्कृति, धर्म की रक्षा कर सकेगा।

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