जुलूस, जीआईसी की उठी मांग
ओबरा-सोनभद्र(सतीश चौबे)। निजी हाथों में ओबरा इंटर कालेज को सौंपने से गरीब विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो जाएगी। संघ सरकार ने पहले ही सोनभद्र को पिछड़े जिले में रखकर विकास में तेजी में लाने की कोशिश कर रही है, वहीं उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम ओबरा इंटर कालेज को निजी हाथों में सौंपने की कोशिश में लगा है। अभी कम फीस में पढ़ाई हो जा रही है पर जैसे निजी हाथों ने सौंप दिया
जाएगा। फीस में बेतहाशा वृद्धि होगी और गरीब बच्चों की पढ़ाई छूट जाएगी। जिला मुख्यालय, चोपन, डाला, ओबरा और उसके आस – पास के क्षेत्रों में कोई राजकीय इंटर कालेज नहीं है। विद्यार्थी निजी हाथों में सौंपने का प्रबल विरोध करेंगे। उक्त बातें ओबरा इंटर कालेज बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक आनंद ने नेता जी चौक और अंबेडकर चौक पर
संबोधित करते हुए कही। कहा कि विरोध के बाद भी ओबरा इंटर कालेज को निजी हाथों में सौंपा जाएगा। उसी दिन धरना प्रदर्शन शुरू हो जाएगा। पहली अप्रैल से ओबरा इंटर कालेज को निजी हाथों में सौंपने की नीति का विरोध ओबरा इंटर कालेज बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले शनिवार को नगर में विद्यार्थियों ने जुलूस निकाल कर किया। जुलूस गांधी मैदान से कांवेंट तिराहा, नेता जी सुभाष चन्द्र बोस चौक, डॉ. भीम राव अंबेडकर चौक, सिनेमा रोड, चूड़ी गली, पंडित सुदामा पाठक चौक, गैस गोदाम रोड, गीता मंदिर, आकाशवाणी, आर्य समाज से होते हुए गांधी मैदान में शपथ के साथ पूर्ण हुआ। जुलूस का नेतृत्व आनन्द, अजय, युवराज, अभिषेक, दुर्गेश, शमीम, आकाश, सुजीत आदि ने किया।