ओम प्रकाश रावत
विंढमगंज-सोनभद्र। कोन थाना क्षेत्र के लौकवाखाडी, (कचनरवा) में शिव मंदिर के प्रांगण में श्री विष्णु महायज्ञ के तीसरे दिन मंगलवार को भक्तों की भीड़ यज्ञ स्थल पर उमड़ पड़ी। यज्ञ स्थल पर भक्ति, ज्ञान और प्रेम सराबोर रहा। प्रात: 5 बजे से ही भक्त यज्ञ मंडप की परिक्रमा व फेरी लगा रहे थे। वहीं यज्ञाचार्यो द्वारा यज्ञ मंडप पर यजमानों द्वारा वेद मंत्र की ऋचाओं से आहूति दिलायी जा रही थी। हवन के पश्चात सभी भक्तों को पंडित जी ने संबोधित करते हुये कहा कि यज्ञ
भगवान की फेरी लगाने से जीव ग्रहों के कुचक्र में नहीं पड़ता है। वही भूतपूर्व प्रधान जवाहिर जयसवाल ने बताया कि 12 मार्च से 21 मार्च तक क्श्री विष्णु महायज्ञ चलेगा दिन में रामलिला और रात्रि में रासलीला का भी आयोजन होता है जिसमें आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में देखने आते हैं! आचार्य जी ने प्रवचन में शास्त्रीजी ने कहा कि मानव के लिए मन की शांति हासिल करने का एकमात्र साधन प्रभु स्मरण है। धन-अर्जन के अलावा हर प्रकार के सुख संसाधनों को एकत्र
करने के लिए मानव के पास कई प्रकार के प्रयोजन उपलब्ध हो सकते हैं, धन-वैभव एवं अन्य सुख साधनों के द्वारा मानव को शारीरिक एवं सांसारिक सुख भी हासिल हो सकता है, परंतु मानसिक एवं अध्यात्मिक शांति को प्रभु की शरणागत हुए बिना हासिल नहीं किया जा सकता। उन्होंने यज्ञ में
सम्मिलित संगत से आह्वान किया कि वह बच्चों को मंदिरों में पूजा-अर्चना करने के साथ-साथ सनातन धर्म-संस्कृति के बारे में भी ज्ञान दें, ताकि उनमें संस्कारों का उत्सर्जन होने के अलावा बुजुर्गों एवं साधु-संतों के प्रति श्रद्धा एवं आदर के भाव जागृत किए जा सकें। यज्ञ स्वागत समिति में अभीषेक जायसवाल, राकेश जायसवाल, चंद्रे जायसवाल, कमलेश जायसवाल, सतीश जायसवाल, शिवम, प्रिंस ,राहुल अभय आदि व्यवस्था में लगे हुए है!