तालाब का किसी कीमत पर स्वरूप का नही होगा परिवर्तन-तहसीलदार

सहायक अभिलेख अधिकारी द्वारा 1982 में दर्ज किया गया था नाम


*तालाब की नापी भी कराई गई

कोन-सोनभद्र(नवीन चंद)-कोन अस्पताल के सामने तालाब व शिव मंदिर स्थापित है जिस पर किसी निजी व्यक्ति का नाम दर्ज है जिसको लेकर भाजपा अनुसूचित मोर्चा पूर्व जिला उपाध्यक्ष जगरनाथ पासवान ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर अवगत कराया था कि कोन में एक तालाब पर सर्वे एजेंसी के सहायक अभिलेख अधिकारी द्वारा तालाब भिट्ठा व रास्ते पर

अपना नाम दर्ज करा लिया गया है। जबकि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि तालाब पर या कोई भी जलाशय पर किसी निजी व्यक्ति का कब्जा नही होगा। उक्त प्रार्थना पत्र पर ओबरा तहसीलदार सुशील कुमार ने मौके पर पहुच कर लेखपाल को नापी का आदेश दिया व अभिलेखों का निरीक्षण किया जिस पर तहसीलदार ने बताया कि 1982 में सर्वे द्वारा नाम दर्ज हो चुका है जबकि वास्तव में मोके पर मन्दिर तालाब मौजूद है

कुछ अभिलेख का अभी मुआयना बाकी है जिसको देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है । लेकिन मानवाधिकार के जिलाध्यक्ष ब्रिज किशोर द्वारा एक पत्र देकर कोन क्षेत्र में खेल मैदान नही होने से युवाओं को गलत संगत व लत लग रहे है अगर कोई भी क्षेत्र में खेल मैदान बना दिया जाय तो अतिउत्तम होगा वही तहसीलदार ने कड़े शब्दों में कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि किसी भी दशा में तालाब का शक्ल परिवर्तन नही होगा । इस मौके पर भीमसेन, विजय कुमार, सन्तोष कुमार, चन्दन कुमार,अजय जायसवाल,पीयूष कुमार,राजकुमार,महगू राम,अमरनाथ पासवान आदि सैकड़ो गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

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