वुडवर्किंग, फर्नीचर मैन्युफैक्चरिंग और मैट्रेस मैन्युफैक्चरिंग पर एशिया का सबसे बड़ा शो- दिल्लीवुड 2023.

सुरभी चतुर्वेदी की रिपोर्ट

वाराणसी।दिल्लीवुड का आगामी 7वां संस्करण 2 से 5 मार्च, 2023 तक इंडिया एक्सपो मार्ट, ग्रेटर नोएडा (दिल्ली, एनसीआर) में आयोजित होने जा रहा है। इसके तहत वुडवर्किंग और फर्नीचर निर्माण उद्योग के हितधारकों और अंतरराष्ट्रीय निर्णय निर्माताओं को कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय लोगों से मिलने का अवसर मिलेगा। इसमें नवीनतम फर्नीचर उत्पादन तकनीकें, वुडवर्किंग मशीनरी, उपकरण, फिटिंग, सहायक उपकरण, कच्चे माल और उत्पाद आदि को प्रदर्शित किया जायेगा।

वुडवर्किंग और फर्नीचर मैन्युफैक्चरिंग सेगमेंट के दिग्गज दिल्लीवुड 2023 में कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय निर्णयकर्ताओं से मिलेंगे, नए ग्राहक अर्जित करेंगे और डिजिटलीकरण, स्थिरता, कौशल, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन सहित प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करने के साथ नए रुझानों, प्रौद्योगिकियों और सामग्रियों की खोज करेंगे।

वार्डरोब और सोफा सहित आधुनिक इंटीरियर्स की बढ़ती मांग, आवासीय निर्माण परियोजनाओं तथा हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की वृद्धि, ये कुछ प्रमुख कारण हैं, जो भारतीय फर्नीचर बाज़ार को प्रगति की ओर ले जा रहे हैं। ऑनलाइन और ऑफलाइन डिस्ट्रिब्यूशन चैनलों के मााध्यम से फर्नीचर की आसान उपलब्धता देश भर में उद्योग के विस्तार को गति प्रदान कर रही है।

एक ज्ञान साझा करने वाले मंच के तौर पर, दिल्लीवुड प्रमुख उद्योग संघों द्वारा आयोजित नवीनतम रुझानों और नवाचारों के साथ-साथ भारतीय फर्नीचर और फिटिंग कौशल परिषद द्वारा आयोजित कौशल विकास कार्यक्रमों पर कई सेमिनार आयोजित करेगा।

इंडिया मैट्रेसटेक + अपहोल्स्ट्री सप्लाई एक्सपो (आईएमई) एक साथ आयोजित होंगे, जिसमें मैट्रेस प्रोडक्शन मशीनरी और सप्लाई, मैट्रेस फिनिशिंग मशीनरी तथा सप्लाई, प्रोडक्शन टूल्स और इक्विपमेंट, अपहोल्स्ट्री प्रोडक्शन टेक्नोलॉजी, मशीनरी और सप्लाई, बेड सिस्टम, नई सामग्री, ट्रेड एसोसिएशन आदि प्रदर्शित किये जायेंगे। आज संपूर्ण मैट्रेस मैन्युफैक्चरिंग जगत व्यापार सेवाओं और मीडिया की बढ़ती मांगों को पूरा करने, ग्राहकों को एक सहज अनुभव प्रदान करने और संपूर्ण उत्पादन एवं खरीदारी को बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी और डिजिटल पहल पर भरोसा कर रहे हैं। बेहतर उत्पादों की बढ़ती मांग और मैट्रेस मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में प्रवेश करने वाली नवीन कंपनियों के साथ, आने वाले समय में भारतीय बाजार में अहम बदलाव आने की उम्मीद है।

लुइगी डे वीटो, अध्यक्ष, यूमाबोइस (यूरोपियन फेडरेशन ऑफ वुडवर्किंग मशीनरी मैन्युफैक्चरर्स, एससीएम ग्रुप के जनरल मैनेजर और एससीएम वुड डिवीज़न डॉयरेक्टर, भारतीय बाज़ार और उद्योग को लेकर अत्यंत उत्साहित हैं, “भारत एशियाई बाजार में एक अनुकूल स्थान प्राप्त करता है, इसके पास प्रौद्योगिकी, प्रतिभा के साथ-साथ पर्याप्त मांग भी है। इसलिए कुल मिलाकर, देश की संभावित शानदार क्षमताओं को देखते हुए भारत में निवेश करना निश्चित ही सार्थक सिद्ध होगा।”

इस अवसर पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सोनिया पाराशर, मैनेजिंग डॉयरेक्टर और चेयरपर्सन ऑफ दि बोर्ड, न्यूनबर्गमेसे इंडियाने कहा कि, “भारतीय बाज़ार में लकड़ी के फर्नीचर की मांग मुख्य रूप से आवासीय क्षेत्र से आती है। भारत में लकड़ी के फर्नीचर का बाज़ार काफी प्रतिस्पर्धी है क्योंकि बड़ी संख्या में छोटे और स्थानीय निर्माता हैं जिनकी उत्पादन में बड़ी हिस्सेदारी है। मॉडुलर फर्नीचर की ज़रूरत ने बाज़ार में लकड़ी के फर्नीचर और हार्डवेयर बिज़नेस मालिकों के लिए बड़े अवसर उत्पन्न किए हैं। हमें विश्वास है कि दिल्लीवुड इस सेक्टर की मांगें पूरी करने के लिए उत्तम तकनीकें और समाधान प्रदान करने में सफल होगा।”

“वुड इन आर्किटेक्चर एंड डिज़ाइन (डब्ल्यूएडी)” का दूसरा संस्करण और एक दिवसीय सम्मेलन 3 मार्च को आयोजित होगा।

मुख्य विशेषताएँ:
•50,000 वर्गमीटर से अधिक प्रदर्शनी स्थल

  • 600+ प्रदर्शक
    •10+ देश के पैविलियन
    •25,000+ वुडवर्किंग प्रोफेशनल
  • उत्पाद लॉन्च और वुडवर्किंग मशीनों का तकनीकी प्रदर्शन
    •उद्योग विशेषज्ञों द्वारा सेमिनार और सम्मेलन
  • प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रम
    •आर्किटेक्ट्स, इंटीरियर डिजाइनरों और बिल्डरों के लिए इंटरएक्टिव फोरम
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