गुरमा-सोनभद्र(मोहन गुप्ता)। जवाहर प्रसाद मृदुल भाषी मिलन सार व्यवसाई एवं समाजसेवी अपने दुकान से दो अक्टूबर की रात मारकुंडी से अपने घर गुरमा आ रहे थे कि इसी दौरान मारकुंडी मुख्य राज मार्ग से तेज रफ्तार से जा रही मोटरसाइकिल के चपेट में आ जाने के कारण गम्भीर रूप से घायल हो गए। जिन्हें जिला चिकित्सालय से वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया था। जो एक निजी चिकित्सालय में एक सप्ताह तक जिंदगी मौत से जूझते रहे। जवाहर प्रसाद का 8 फरवरी को निधन हो गया। जिसकी जानकारी परिजनों में होने पर घरों में कोहराम मच गया वहीं गुरमा नगर पंचायत एवं मारकुंडी के आस-पास के क्षेत्रों में शोक की लहर दौड़ गई। शव को 9 फरवरी को उनके निजी घर गुरमा नगर पंचायत वार्ड 2 लाया गया। जिसे देखने के लिए आसपास के क्षेत्रों के महिला, पुरुष, बच्चों समेत प्रबुद्ध व्यक्तियों समाजसेवियों की भीड़ शाम तक लगी रही। इसके पश्चात गुरुवार को सायं होते ही परिजनों ने शव को वाराणसी ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया गया।
उक्त अवसर पर मु० सईद कुरेशी पूर्व नपाध्यक्ष चुर्क गुरमा, इन्द्र बहादुर सिंह पूर्व नपाध्यक्ष चुर्क गुरमा, मुन्ना जायसवाल, श्रवण कुमार, पूर्व प्रधान अशोक उर्फ़ गुड्डू, बबलु उपाध्याय, इत्यादि लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर शोक संवेदना व्यक्त किया।
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