यूपी ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट के तहत वाराणसी मंडल के निवेशकों का सम्मेलन संपन्न

वाराणसी से सुरभी चतुर्वेदी की रिपोर्ट

मुख्य अतिथि के रूप में कैबिनेट मंत्री औद्योगिक विकास एवं निर्यात प्रोत्साहन उत्तर प्रदेश नंद गोपाल ‘नंदी’ उपस्थित रहे

इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन वाराणसी मंडल (आईआईए), उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम (यूपीसीडा) तथा संयुक्त आयुक्त उद्योग कार्यालय द्वारा संयुक्त रूप से कार्यक्रम का आयोजन किया गया

वाराणसी। यूपी ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट के तहत वाराणसी मंडल के निवेशकों का सम्मेलन आयुक्त सभागार में आयोजित हुआ जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में कैबिनेट मंत्री औद्योगिक विकास एवं निर्यात प्रोत्साहन उत्तर प्रदेश नंद गोपाल ‘नंदी’ उपस्थित रहे।

मुख्य अतिथि द्वारा निवेश सम्मेलन में बोलते हुए काशी को प्राचीनतम साँस्कृतिक नगरी बताया गया। उन्होंने निवेशकों का सरकार व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तरफ से वंदन व अभिनंदन किया तथा कहा कि देश व प्रदेश की बागडोर उचित हाथों मे है। उन्होंने चंदौली जैसे जिले में 11000 करोड़ का निवेश एमओयू होना बहुत सम्मान की बात बताया। मुख्य अतिथि ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए पाँचवी अर्थव्यवस्था बनने का सौभाग्य पाया है जो हमारे लिए गर्व की बात है। बेहतर कानून व्यवस्था पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि पहले जो डराते थे वो अब डर कर भाग रहे इसलिए आप उत्तम प्रदेश में दिल खोलकर निवेश करें तथा प्रदेश को सर्वोत्तम प्रदेश बनायें। पहले जेलों से वसूली होती थी तथा अपराधियों का महिमामंडन किया जाता था पर वर्तमान समय में कोई नहीं कह सकता की किसी को कोई अपराधी परेशान कर रहा। प्रदेश का माहौल निवेश के लिए पूरी तरह अनुकूल है तथा पूरे देश में उत्तर प्रदेश दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की तरफ अग्रसर है। हम आपकी सभी समस्याओं का समाधान करेंगे। कोई अधिकारी भी अगर कुछ गलत किया तो उसके खिलाफ कारवाई हुई है। पहले इनवेस्टर समिट एक इवेंट बनकर रह जाता था पर वर्तमान में प्रदेश के 75 जिलों में समिट आयोजित करके एमओयू किया जा रहा। उत्तर प्रदेश देश की पहली विधान सभा है जो इ-विधान सभा है। हम सभी चीजों को टेक्नोलॉजी से जोड़कर चीजें आसान कर रहे। उन्होंने अपने को खुद उद्योग चलाने वाला बताते हुए उद्योग चलाने में होने वाली दिक्कतों से खुद को वाकिफ़ बताया। पहले इंडस्ट्रियल एरिया में वसूली होती थी पर मैं आपको विश्वास दिलाता हुँ कि अब आपको किसी दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसमें आप सभी के सहयोग की अपेक्षा रखता हुँ आप सभी दिल खोलकर निवेश कीजिए। उन्होंने अपने विमानन मंत्री के समय किये कार्य को गिनाते हुए बताया कि उस समय प्रदेश में 2 एयरपोर्ट थे पर वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 9 एयरपोर्ट संचालित हैं तथा एशिया का सबसे बड़ा जेवर एयरपोर्ट भी उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में बन रहा। उन्होंने प्रदेश के मौसम को कृषि व उद्योग के अनुकूल बताया। उन्होंने कहा कि नयी औद्योगिक पॉलिसी बनाने में सभी अग्रणी राज्यों की पॉलिसी को हमारे अधिकारियों ने पढ़ा और तैयार किया तब जा कर उत्तर प्रदेश में इतने बड़े स्तर पर निवेश हुआ है।

उन्होंने विपक्ष पर भ्रांतियां फैलाने का भी आरोप लगाया तथा रामचरित मानस को लेकर विवाद खड़े करने को वोट की राजनीति से प्रेरित बताया। पूरी दुनिया ने कोरोना काल के दौरान प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के किये कार्यों का अनुसरण किया ये हमारे लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि आप उद्योग लगायें हम किसी भी दिक्कत को आने नहीं देंगे। सभी अधिकारी आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे। अंत में उन्होंने सभी को जीआईएस-2023 के लिए आमंत्रित किया।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ द्वारा मुख्य अतिथि का अभिनंदन करते हुए कहा गया कि औद्योगिक विकास मंत्री के रूप में उन्होंने स्वतः 16 देशों में निवेश के लिए यात्रा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश के बदले माहौल का नतीजा है कि एक दिन में मुंबई में 7 लाख करोड़ के निवेश हस्ताक्षरित हुए। उन्होंने कहा कि भारत पर राज करने वाले ब्रिटेन को हमने पीछे छोड़ते हुए पांचवी अर्थव्यवस्था बनने का गौरव हासिल किया ये प्रधानमंत्री के अथक प्रयासों का नतीजा है। उन्होंने मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि दुनिया के समस्त उद्योग बंधुओं का कुम्भ बनेगा उत्तर प्रदेश। इस कुम्भ में आपकी आहुति उत्तर प्रदेश को बड़े स्तर पर स्थापित करेगी जिससे कि प्रदेश का स्वर्णिम भविष्य हो सकेगा।

कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव द्वारा निवेशकों को आर्थिक सिपाही कहते हुए उनका वंदन तथा अभिनंदन किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून के राज को स्थापित किया गया तथा सभी को भयमुक्त माहौल दिया गया है। उन्होंने नारा देते हुए कहा कि ‘बदला है देश- बदलेगा उत्तर प्रदेश, आइये सभी मिलकर बनारस कमिश्नरी में करें निवेश’। उत्तर प्रदेश का भविष्य बहुत सुनहरा है आप निश्चिंत होकर निवेश कीजिए।

मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा द्वारा निवेश सम्मेलन में बोलते हुए वर्तमान तथा बीते समय की बातों को रखा गया कि किस प्रकार भारत तमाम सम्भावनाएं समेटे हुए है। उन्होंने कोरोना काल में भारत के प्रयासों को भी गिनाया तथा निवेशकों को दिल खोलकर वाराणसी क्षेत्र में निवेश को आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि भारत की प्रगति निश्चित व निरंतर हो रही मुख्यमंत्री जी का लक्ष्य शुरू में 10 लाख करोड़ का था पर उसके सापेक्ष अभी तक प्रदेश में 21 लाख करोड़ के एमओयू हुए हैं। विदेश तथा देश के विभिन्न प्रदेश अपने उत्तर प्रदेश में निवेश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक लगभग 1 लाख 40 हज़ार करोड़ के निवेश वाराणासी मंडल में हुए हैं जो अपने आप में गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का क्षेत्र होने के नाते वाराणसी परिप्रेक्ष्य बहुत महत्त्वपूर्ण स्थान रखता है तथा सरकार द्वारा पिछले कुछ वर्षों में इस क्षेत्र में रेलवे, रोड, एयरपोर्ट सभी में बड़े स्तर पर निवेश किया गया है। मंडलायुक्त ने निवेशकों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि पूरे देश में पावर शेडिंग हुई पर उत्तर प्रदेश में सरकार ने महंगे कोयले खरीदकर भी बिजली दी ताकि उद्योग धंधे व सभी कार्य सुचारू रूप से चलते रहें। कोरोना काल में सरकार के प्रयासों को भी उन्होंने सामने रखा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बिजली अब लगभग 24 घंटे मिल रही। आप निवेश कीजिए अगर आपको समस्याएं आयेंगी तो हम उसको दूर करने को प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने संसद में पेश वर्तमान बजट पर बोलते हुए कहा कि इन्फ्रास्ट्रक्चर में निवेश बजट में भी ऊपर रखा गया है। बुन्देलखण्ड भी एक्सप्रेस-वे से जुड़ चुका है जो सरकार में निवेश का उचित माहौल तैयार करता है। उन्होंने कहा कि 24000 करोड़ के एमओयू पर्यटन क्षेत्र में निवेश को हुआ है। मंडलायुक्त ने टेंट सिटी, बैलून फेस्टिवल, बोट रेस इत्यादि योजनाओं को भी सामने रखा गया तथा कहा कि इससे बनारस को पर्यटक हब बनाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि हाउसिंग प्रोजेक्ट के तहत नई टाउन शिप परियोजना हम लाने जा रहे। उन्होंने हैंडीक्राफ्ट उद्योग को और विकसित करने को उद्योग जगत से निवेश की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि बनारस परिक्षेत्र में प्लास्टिक इंस्टीट्यूट, कार्पेट इंस्टीट्यूट सभी खुले हैं आप उसका फायदा लीजिये ताकि हम सभी मिलकर वाराणसी क्षेत्र को पूरे औद्योगिक क्षेत्र में विकसित कर सकें।

जिलाधिकारी चंदौली ईशा दुहन द्वारा निवेशकों को चंदौली में निवेश के लिए आकर्षित करने हेतु जिले की खूबियां गिनाते हुए बताया गया कि चंदौली दिल्ली-कोलकाता एनएच-2 पर स्थित है तथा 80% ग्रामीण आबादी होने के कारण जमीन की उपलब्धता उचित दर पर हो सकती तथा सस्ता श्रम भी उपलब्ध है। पहले से ही जिले मे एक उद्योग क्षेत्र उपलब्ध है तथा माहौल भी अच्छा है इसलिए आप सभी आयें और चंदौली में निवेश करें।

जिलाधिकारी गाजीपुर आर्यका अखौरी द्वारा जिले को पूर्वी छोर पर स्थित बताते हुए जिले में कानून व्यवस्था में हुए सुधार को रखा गया तथा पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे बनने से लखनऊ तक पहुंच सुनिश्चित हुई है। जिले में सब्जियों की खेती बड़े स्तर पर होती है जिससे की खाद्य प्रोसेसिंग उद्योग की उचित संभावना है। उन्होंने नंदगंज में स्थित बंद पड़ी चीनी मिल की जमीन को लेकर उद्योग लगाने का प्रस्ताव मंत्री के समक्ष रखा गया।

जिलाधिकारी जौनपुर मनीष कुमार वर्मा द्वारा जिले में निवेश को आकर्षित करते हुए कहा गया कि जिले में हुए निवेश सम्मेलन में 104 एमओयू हुए हैं तथा लगभग आठ हजार करोड़ निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। जिले की रोड, रेलवे तथा एयर की कनेक्टिविटी भी सभी जिलों से अच्छी है। आप निवेशकों को जमीन की उपलब्धता सुनिश्चत करने में भी प्रशासन मदद करने को तत्पर है।

यूपीसीडा के एडिशनल सीईओ प्रेम प्रकाश मीना द्वारा ‘उत्तर प्रदेश: लैंड ऑफ अपॉर्चुनिटी’ पर एक प्रजेंटेशन दिया गया तथा उत्तर प्रदेश की खूबियों को उकेरा गया ताकि निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश को आकर्षित हों। उन्होंने सिंगल विंडों, निवेश मित्र की खूबियां बताया तथा बताया कि सरकार द्वारा मिलने वाले इन्सेंटिव की प्रक्रिया को भी सरल किया गया है।

कार्यक्रम में विभिन्न बैंकों यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नैशनल बैंक तथा विभागों द्वारा फूड प्रोसेसिंग, एमएसएमइ से संबंधित योजनाओं की जानकारी निवेशकों को दी गयी। फूड प्रोसेसिंग को कृषि व उद्योग के बीच कड़ी बताया गया।

सम्मेलन में बताया गया कि 15 उत्पाद जिसमें उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है पर प्रोसेसिंग में हम पिछड़ जाते जैसे आम, गेहूं, दूध, आलू, सब्जी इन सभी में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान रखता पर प्रोसेसिंग में हम पिछड़ जाते हैं। अपनी प्रोसेसिंग को विकसित करके हम मिडल ईस्ट देशों में तथा विकसित प्रदेशों में अपने उत्पाद को एक्सपोर्ट करके हम प्रदेश को ऊपर ले जा सकते तथा मुख्यमंत्री के 1 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने में अपना योगदान दे सकते।

कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलन किया गया तथा आयोजकों द्वारा अतिथियों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।

स्वागत संबोधन आईआईए के अध्यक्ष आर के चौधरी द्वारा दिया गया तथा उत्तर प्रदेश सरकार के निवेश के लिये बनायी गयी सरल आकर्षित औद्योगिक नीति की तारीफ की गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता उद्योग वाराणसी मंडल के संयुक्त आयुक्त उद्योग उमेश सिंह ने की।

कार्यक्रम में महापौर मृदुला जायसवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, जिलाधिकारी वाराणसी एस राजलिंगम, वीडीए उपाध्यक्ष अभिषेक गोयल, भारतीय जनता पार्टी के महानगर अध्यक्ष महेश चंद्र श्रीवास्तव तथा बड़ी संख्या में निवेशक बंधु शामिल थे।

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