संजय सिंह/ दिनेश गुप्ता
चुर्क-सोनभद्र। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्कूल रेडीनेस प्रोग्राम बेसिक विभाग द्वारा 12 सप्ताह की विस्तृत योजना है। इसमें अभिभावकों की भागीदारी सुनिश्चित की जाती है। बाल मनोविज्ञान की दृष्टि से मस्तिष्क का 80 प्रतिशत भाग छह वर्ष की आयु तक विकसित हो जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए प्री-प्राइमरी कक्षाओं में और उनमें सीखने के आधार को विकसित करना बहुत जरूरी है। नई शिक्षा नीति के तहत स्कूलों में प्री-प्राइमरी शिक्षा के प्रावधानों पर आधारित यह
कार्यक्रम शुरू किया गया है। योजना के तहत जिला स्तर पर शिक्षकों को चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षण देकर उनकी क्षमता बढ़ाई गई उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग का कहना है कि कोरोना महामारी के चलते बच्चे स्कूलों से दूर थे इससे बच्चों की कक्षाओं में पढ़ने, नए सहपाठियों के साथ मेलजोल और घर के बाहर के वातावरण के अभ्यस्त होने की आदत छूट गई थी ऐसे में बच्चों के लिए स्कूल रेडिनेस प्रोग्राम शुरू किया स्कूल रेडीनेस प्रोग्राम में वेहतर प्रदर्शन करने वाले कुल 48 शिक्षकों
को ब्लाक संसाधन केंद्र पर खण्ड शिक्षा अधिकारी धनंजय कुमार सिंह ने सम्मानित कर शिक्षको का उत्तास वर्धन किया। जिसमें एआरपी हृदेश कुमार सिंह, रंजना सिंह , सरिता जैसवार,कुंजलता त्रिपाठी, मधु मिश्रा, रंजना पांडेय, कुमारी प्रतीक्षा, विनीता,प्रियंका,प्रतिमा, दिव्या रॉय, सहित कुल 48 शिक्षक/शिक्षिकाओं को सम्मानित कर उनका उत्साह वर्धन किया गया सभी को शुभ कामनाएं दी गई जिससे सभी शिक्षक अपने विद्यालय को जल्द निपुण विद्यालय घोषित करें।