भावी उद्यमियों को जीआई प्रोडक्ट्स के प्रमाणपत्र के महत्व के बारे में बताया गया

वाराणसी से सुरभी चतुर्वेदी की रिपोर्ट

राष्ट्रीय उद्यमशीलता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (निसबड) के तत्वाधान में अकादमी ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज द्वारा भावी उद्यमियों एवं व्यवसाइयों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है वाराणसी। राष्ट्रीय उद्यमशीलता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (निसबड) के तत्वाधान में अकादमी ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज लखनऊ द्वारा दिनांक 20 से 25 जनवरी तक जनपद के भावी उद्यमियों एवं व्यवसाइयों को उद्यमिता विकास पर प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु आयोजन किया गया है। आर्य समाज कांफ्रेंस हॉल, कोजवे में जनपद के 42 लकड़ी के खिलौने बनाने वाले उद्यमियों के द्वारा इस प्रशिक्षण में भाग लिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण का आयोजन अकादमी ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडीज लखनऊ के फील्ड स्टाफ ललित मोहन श्रीवातव, उमेश सिंह, सजल तिवारी एवं विकास मौर्या द्वारा किया गया है जो की प्रतिभागियों को विभिन्न विषयों में सूचना प्रदान करेंगे। शुक्रवार को इस आयोजन के प्रथम दिन पर इस प्रशिक्षण के अंतर्गत उद्यमशीलता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान के मुख्य सलाहकार डी के सिंह, जिला उद्योग केंद्र के सहायक प्रबंधक संजय कुमार द्वारा प्रतिभागियों की उद्यमिता विकास के बारे में महत्त्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गयी। प्रशिक्षण के प्रथम दिन पर जीआई प्रोडक्ट्स के प्रमाणपत्र के महत्व के बारे में बताया गया। इस प्रशिक्षण के आगे आने वाले दिनों में मुद्रा लोन की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी जायेगी। जिला उद्योग केंद्र द्वारा लोन पर 25% अनुदान (सब्सिडी) की राशि के बारे में भी जानकारी भी प्रदान करि जाएगी, जो उद्यमियों के लिए अपने व्यवसाय को आगे बढ़ने में एक सहायता के रूप में प्रभावी होती है। ज्ञातव्य है की राष्ट्रीय उद्यमशीलता और लघु व्यवसाय विकास संस्थान (निसबड) कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण संगठन है जिसके द्वारा भावी व्यवसाइयों को प्रशिक्षण प्रदान कर उनका कौशल विकास किया जाता है।

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