नहीं रहे पूर्व राज्यपाल एवं विधान सभाध्यक्ष केसरीनाथ त्रिपाठी, शोक

अद्वितीय रहा विधानसभा अध्यक्ष का कार्यकाल, सोनभद्र से भी रहा गहरा संबंध

सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)। यह अद्वितीय संयोग था कि केशरी नाथ त्रिपाठी मायावती , कल्याण सिंह और मुलायम सिंह सरकार में विधानसभा अध्यक्ष रहे । एक दिन के मुख्यमंत्री रहे जगदम्बिका पाल प्रकरण में भी विधान सभा अध्यक्ष केशरी नाथ त्रिपाठी ही रहे । सरकारें बदलती रही लेकिन विधि विशेषज्ञ, प्रखर राजनीतिज्ञ एवं साहित्यकार केशरी नाथ त्रिपाठी विधानसभा अध्यक्ष रहे । बताते चलें कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे केशरी नाथ त्रिपाठी का सोनभद्र से विशेष लगाव था । सोनभद्र में मधुरिमा साहित्य गोष्ठी के बैनर तले आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में वे एक बार अध्यक्षता किये थे और विधानसभा अध्यक्ष रहते हुए कविता पाठ कर अपने साहित्यकार होने के दायित्व का बखूबी निर्वहन किये थे । जनपद के औद्योगिक नगर डाला की वरिष्ठ बीजेपी नेत्री शशि त्रिपाठी के परिवार से केशरीनाथ जी के पारिवारिक सम्बन्ध थे । यह बातें रविवार को 88 वर्षीय पंडित केशरीनाथ त्रिपाठी के निधन की खबर सुनकर जनपद के प्रबुद्ध नागरिक एवं सोन साहित्य संगम के निदेशक मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी ने हमारे विशेष संवाददाता से चर्चा के दौरान कही । संस्था के संयोजक राकेश शरण मिश्र, राजेश द्विवेदी, भोलानाथ
मिश्र आदि ने केशरी नाथ के निधन को साहित्य , विधि और राजनीतिक क्षेत्र की अपूर्णीय क्षति बताया। वही अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी ने कहा कि कुछ माह पूर्व प्रयागराज में उनसे उनके आवास पर मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था और उन्होंने अस्वस्थ रहते हुए भी विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान के एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित होने की न सिर्फ सुकृति दी थी बल्कि कार्यक्रम में पहुंचकर पूर्वांचल के साहित्यकारों को अपना आशीर्वाद भी दिया था। श्री द्विवेदी ने उनके निधन को अपूर्णीय क्षति बताते हुए शोक संवेदना व्यक्त की है।

Translate »