अनंत पद्मावती सेवा आश्रम में बाल रोग विशेषज्ञ ने दी निशुल्क सलाह
रेणुकूट। भीषण ठंड के मौसम में शिशुओं का ठीक से ध्यान रखना बहुत जरूरी है जरा सी लापरवाही भारी पड़ सकती है और आपका बच्चा सर्दी, जुकाम, कोल्ड डायरिया, निमोनिया आदि बीमारियों की चपेट में आ सकता है इसलिए ठंड के मौसम में सही देखभाल ही बीमारी से बचने का उपाय है। यह बातें पिपरी स्थित अनंत पद्मावती आश्रम में प्रति सप्ताह लग रहे निशुल्क चिकित्सा शिविर में पहुंचे नवजात शिशु व बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आनंद पटेल ने कही। उन्होंने बताया कि शरीर नाजुक होने की वजह से बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है इस कारण इनको सर्दी, जुकाम, बुखार की समस्या जल्दी हो जाती है, बच्चों को शीतलहर से बचाए, उनके प्रमुख अंगों को ढक कर रखें, बच्चे का सिर,गला और हाथ पूरी तरह से ढका हुआ हो। पैरों में गर्म मोजे पहनाएं, बच्चों का बिस्तर भी गर्म रखें, शीतलहर में बच्चों को बिना कार्य के बाहर ना निकलने दे। खुली हवा में खेलने से रोके, नवजात व छोटे बच्चों के साथ कम से कम यात्रा करें, बच्चों को पानी में जाने से बचाए, खुली हवा में खेलने से रोके। उन्होंने कहा कि ठंड में बच्चों के खान-पान के साथ-साथ उनकी माता के खान पान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है यदि नवजात बच्चे की मां ठंडी चीजें खाएंगी तो मां के माध्यम से बच्चे के शरीर में भी बीमारियां हो सकती हैं इसलिए नवजात शिशु की माताओं को खान-पान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत रहती है।शिशुओं को गुनगुना पानी और तरल पदार्थ देते रहें। उन्हें स्तनपान अवश्य कराएं, बड़े बच्चों को पौष्टिक आहार ही दें। विटामिन सी का सेवन विशेष लाभकारी है
इसके लिए टमाटर, गाजर, मेथी, बथुआ आदि का सूप दे सकते हैं उन्होंने बंद कमरे में लकड़ी या कोयला ना जलाने की सलाह दी बताया कि इससे हानिकारक गैस निकलती है। डॉ पटेल ने बताया कि शीतलहर के दौरान शरीर के तापमान में गिरावट आ जाती है इसकी वजह से कंपकंपी, सांस लेने में तकलीफ,सर्दी,खांसी आदि समस्या हो सकती है ऐसे लक्षण दिखने पर तत्काल चिकित्सक से संपर्क कर इलाज कराएं। अनंत पद्मावती आश्रम के संचालक पंडित वीर विक्रम नारायण पांडेय ने बताया कि आश्रम में निःशुल्क चिकित्सा शिविर लगता है जहां आसपास के लोग पहुंचकर इसका लाभ उठाते हैं और अपना इलाज कराते हैं।