सोनभद्र।सफाई कर्मी पति की मृत्यु के बाद मृतक आश्रित कोटे से नौकरी कर रही पीड़ित महिला ने अपने पति के मित्र सफाई कर्मी द्वारा नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा व मानसिक तौर शोषण करने के खिलाफ डीपीआरओ से लगाई न्याय की गुहार।
जिला पंचायत राज अधिकारी के पास लिखित शिकायत करते हुए आरती निषाद ने बताया कि मेरे के पति सफाई कर्मी श्रवण निसाद की मृत्यु सितंबर 2021 में हो जाने के पश्चात जनवरी 2022 में मृतक आश्रित के रूप में मेरी नियुक्ति राजस्व ग्राम महोखर ग्राम पंचायत बभनौली कला विकासखंड रावर्टसगंज में हो गई। लेकिन मेरे पैतृक गांव पिपरी जिला आजमगढ़ के निवासी एवं विकासखंड रावर्टसगंज के ग्राम कोटास में तैनात सफाई कर्मचारी विवेक सिंह मेरी नौकरी ज्वाइन कराने के नाम पर ₹60,000 ले लिए। जिसे हमारे गरीब परिवार ने सूद ब्याज पर पैसा लेकर दिया था और शुभचिंतक के नाम पर यह जो मुझसे कहते रहे मैं करती रहे। मेरे वेतन के लिए बैंक में खाता खोलने के पश्चात हस्ताक्षर कराकर चेक बुक ,पासबुक एवं बैंक से सारे संबंधित पेपर अपने पास रख लिए और बैंक खाता में अपना मोबाइल नंबर फिट करा दिए ,जिसकी मुझे कोई जानकारी नहीं हुई एवं आश्रित के रूप में बीमा, नकदीकरण का जो भी भुगतान हुआ उसे विवेक सब निकाल लिए। तथा हमे हमेशा दबाव में रखते थे कि मैं किसी कर्मचारी से कभी कोई बात ना करूं और किसी अन्य कर्मचारी से मिलने या बात करने पर यह डांटने लगते हैं और किराए का कमरा भी अपने कमरे के पास ही दिलाया था कि है मेरी निगरानी करते रहे, उन्होंने मुझे बताया था कि मेरा वेतन ₹18000 है और हर महीने में ₹18000 ही निकालती थी ।जबकि मेरा वेतन ज्यादा है बाकी रकम स्वयं निकाल लेते थे जब मैं इन से पूछती की भैया मेरे मोबाइल पर खाते का मैसेज क्यों नहीं आता है तब कहते कि जब बड़ा मोबाइल लोगी तब मैसेज आएगा और मेरे बैंक खाते का संचालन यह स्वयं करते रहे ।इसी बीच में इन्होंने कहा कि मेरे पति लोन लिए थे और यह गारंटर पड़े हैं मेरे पति की मृत्यु हो जाने के कारण बैंक इन पर लोन भुगतान हेतु दबाव बना रहा है इसलिए उन्होंने स्वयं मेरे नाम से बैंक में लोन कराया। मैं पूछती रही कितने का लोन हुआ है लेकिन नहीं बताया। बहुत पूछताछ करने पर उन्होंने कहा कि ₹300000 का लोन हुआ है जबकि अब पता चल रहा है लोन ₹5,80,000 का हुआ है जो पैसा मुझे कभी मिला एवं बैंक में इनकी इतनी तगड़ी पहुंच है कि बैंक द्वारा भी मुझे कोई जानकारी नहीं दिया जा रहा है ।जब मुझे अन्य कर्मचारियों से इस बारे में पता चला की विवेक सिंह लगभग मेरा 10,00,000 ले लिये है। मैं इनसे पूछने लगी तब यह गंदी -गंदी गाली देकर डांट धमका रहे हैं एवं जान से मारने की धमकी दे रहे हैं तथा यह अपनी पत्नी सहित पूरे परिवार को मेरी निगरानी पर लगा दिए हैं और अगर कोई साथी कर्मचारी इस विषय पर मेरा सहयोग करना चाहता है तो उससे यह लड़ाई झगड़ा करने लग रहे हैं ।इसलिए मेरा कोई सहयोग भी नहीं कर रहा है एवं उनके परिवार द्वारा मुझे लगातार डराया धमकाया जा रहा है किसी से कुछ भी बताइ या पूछताछ अथवा चर्चा की तो ठीक नहीं होगा। इन लोगों के इस प्रताड़ना से मैं काफी परेशान हूं और जीवन संकट का भी डर लग रहा है।
जिला पंचायत राज अधिकारी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायती पत्र के माध्यम से पीड़ित महिला ने गुहार लगाया है कि मेरे बैंक खाते सहित पूरे मामले की जांच करा कर मेरा पैसा दिलाते हुए दोषियों पर उचित कार्यवाही करते हुए मेरी जान माल की सुरक्षा किया जाय।