बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)
ग्राम प्रधान समेत पंचायत विभाग व लोक निर्माण विभाग की मिलीभगत का लगाया आरोप।
एक्शियन के जवाब पर भड़के ग्रामीण।
मानक के अनुरूप कार्य न होने पर जिलाधिकारी को पत्र लिखकर की जांच की मांग।
बभनी। विकास खंड के ग्राम पंचायत पोखरा के बीजटोला में गणेश गुप्ता के घर से शिव मंदिर तक एक किलोमीटर तक ग्राम पंचायत के द्वारा एक किलोमीटर की खड़ांजे की सड़क लगभग 2007 में बनवाई गई थी जिसे उखाड़ कर लोक निर्माण विभाग के ठेकेदार के द्वारा ग्राम प्रधान के सह पर दबंगई से बिना किसी पंचायत अधिकारी की अनुमति के ही ईंट को उखाड़ कर साइड वाल का निर्माण कराया उस समय उस ईंट की कीमत साढ़े पांच लाख की लागत से बनी थी ग्रामीणों ने उस काम को कुछ दिन पहले रोका था और काम बंद करा दिया था दो दिन बाद पुनः काम बिना किसी अनुमति के ही शुरु करा दिया जिससे वहां की नाराज जनता आक्रोशित हो गई इसकी शिकायत ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग के एक्शियन से की मौके पर पहुंच कर एक्शियन और जेई जांच करने पहुंची जांच के दौरान वे खुद नाराज हो गए क्योंकि मानक के अनुरूप काम नहीं हुआ था जिससे कार्य को सही कराने का निर्देश दिया प्रर्दशन कर रहे ग्रामीणों को उन्होंने अपने स्तर से संतुष्ट करना चाहा कि कार्य अब मानक के अनुरूप होगा और जो ग्राम पंचायत की ईंट लगी है वो ठेकेदार के द्वारा भरपाई किया जाएगा यह उसके स्टीमेट में नहीं है। वहीं आक्रोशित ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर बन रही सड़क की पुनः जांच कराने की मांग की है। इस दौरान प्रदर्शन कर रहे अकमल खान सादिक खान सोहर अंजनी कुमार किस्मत अली काशीम अमरनाथ सैनुल्ला खान रामजी गुप्ता सरबत खान बुधुन अंदुल मुख्तार खान शिव नरायन विनोद कुमार समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
भाजपा मंत्री सुधीर पांडेय ने मौके पर पहुंच कर प्रर्दशन कारी ग्रामीणों को समझाते हुए कहा कि कार्य अगर मानक के अनुरूप नहीं हुआ तो हम भी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
वहीं ग्राम प्रधान शंभूनाथ गुप्ता से जानकारी ली गई तो उन्होंने गोल-मटोल जवाब देते हुए कहा कि मेरे अनुमति के बिना ही दबंगई से ईंट उखाड़ ले गए।
इस मामले में सहायक विकास अधिकारी काशीराम ठाकुर से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि यह मामला मेरे संज्ञान में आ चुका है मैं इस मामले की जांच कर कार्रवाई करुंगा।
वहीं जब लोक निर्माण विभाग के एक्शियन जितेंद्र कुमार सिंह से बात किया गया यह पुरी तरह गलत है और मामले को टाल मटोल जवाब देते हुए कहा कि ग्राम पंचायत के द्वारा भी कार्य कराया गया था और लोक निर्माण विभाग के तरफ से भी कार्य कराया जा रहा है दोनों ही सरकारी काम है इसमें सरकारी धन का दुरुपयोग कहीं भी नहीं है और मानक के अनुरूप जो कार्य नहीं कराया जा रहा है उसकी मैंने जांच की है ठेकेदार को सही काम कराने को निर्देशित किया।