अनपरा ( सोनभद्र) आदित्य बिड़ला पब्लिक स्कूल, रेणुसागर में वार्षिक कला एवं विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसमें 400 से भी अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। प्रदर्शनी के दौरान भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान तथा कला एवं हस्तशिल्प विभाग के छात्र-छात्राओं द्वारा आकर्षक मॉडल प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि के रूप में रेणुसागर के यूनिट हेड व विद्यालय के अध्यक्ष केपी यादव ने फीता काट कर एवं दीप प्रज्ज्वलित करके प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में रेणुसागर के एचआर हेड व विद्यालय प्रबंधक शैलेश विक्रम सिंह उपस्थित रहे। प्रारंभ में विद्यालय की प्रधानाचार्या बिद्या चैटर्जी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
इसके बाद अतिथियों एवं अभिभावकों ने भौतिक विभाग, रसायन विभाग और जीव विज्ञान विभाग द्वारा प्रस्तुत विज्ञान प्रदर्शनी तथा कला एवं हस्तशिल्प विभाग द्वारा प्रस्तुत कला प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके अंतर्गत स्मार्ट डस्टबीन, ट्रेन दुर्घटना रोकथाम प्रणाली, ऑटोमेटिक ज़ेब्रा क्रॉसिंग, बैंक सिक्योरिटी अलार्म, स्टाकर स्टिक, वर्षा जल संरक्षण, लावा लैम्प व शुगर लैम्प, जल से प्रज्ज्वलित दीप, प्लास्टिक पुनर्चक्रण, गणितीय लैम्प, स्मार्ट हेलमेट, पशुरोधी यन्त्र, नदी सफाई यन्त्र, इत्यादि मॉडल प्रस्तुत किए गए जिनका दर्शकों ने जिज्ञासापूर्वक अवलोकन किया। कला एवं हस्तशिल्प विभाग की ओर से विद्यालय के उद्यान में प्रदर्शित फोटो फ्रेम, ग्लास पेंटिंग, मधुबनी पेंटिंग, वर्ली पेंटिंग, गोंडवाना पेंटिंग, पट्टचित्र पेंटिंग, कचरा निर्मित कलाकृतियों तथा मिट्टी एवं सूखे पत्तों से निर्मित कलाकृतियों ने दर्शकों को मन्त्रमुग्ध कर दिया। इसके अलावा इस प्रदर्शनी में भारतीय लोक चित्रकला, बार्क वर्क, मार्ल पेंटिंग, पीवीसी पॉट, कोस्टर इत्यादि दर्शकों के आकर्षण का केंद्र रहे।
इस अवसर पर सुदीप्तो नायक, परेश ढोले, ललित खुराना, हितेंद्र झा, आरसी पाण्डेय सहित भारी संख्या में आगन्तुकों ने प्रदर्शनी का अवलोकन कर छात्रों का उत्साहवर्धन किया। विज्ञान प्रदर्शनी का निर्देशन समीर श्रीवास्तव, राहुल दत्ता, ए के मिश्रा, रचना श्रीवास्तव एवं प्रीति श्रीवास्तव ने किया जबकि कला प्रदर्शनी का निर्देशन इंदु सिंह मैरी वोहरा और शाहीना एस ने किया। इसके अलावा कार्यक्रम के आयोजन में एमके मिश्रा, एके सिंह, आरती प्रसाद, ए के गुप्ता, एस बनर्जी, सरिता जैन, कल्याणी देवराजन, वीके तिवारी, इंदु तिवारी, शैली हर्ष, पीआर सिन्हा, पीके पाण्डेय, एलके अग्रवाल, मनीष शर्मा, पीयूष जोशी, शिप्रा टंडन, एके राय, कौस्तव घोष, एसके सिंह, मनोरमा पाण्डेय, के के चौधरी, अंशुल सिंहल, दीपशिखा, विल्सन जोसेफ, अजय रवानी जीसी सिंह, जेके पाण्डेय, आऊडी प्रजापति व सखाराम सहित सभी शिक्षकों एवं कर्चारियों का सराहनीय योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन नंदिता रॉय बाउल ने किया।