गुर्मा-सोनभद्र(मोहन गुप्ता)। बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित, प्राथमिक विद्यालय करगरा, चोपन, सोनभद्र में, 26 नवम्बर 2022 को राष्ट्रीय संविधान दिवस मनाया गया। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक दिनेश कुमार ने भारतीय संविधान पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए, संविधान के उद्देशिका की शपथ भी दिलाया। आगे प्रभारी प्रधानाध्यापक ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारतीय गणराज्य का संविधान, 26
नवंबर सन 1949 ईस्वी को अपने राष्ट्र भारत को समर्पित किया गया था, तभी से हम प्रतिवर्ष 26 नवम्बर की पावन तिथि को संविधान दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं। भारतीय संविधान के द्वारा ही अपने राष्ट्र की कानून व्यवस्था कायम रहती है। भारत का संविधान दुनिया भर के संविधानों में सबसे विस्तृत है। उद्बोधन के क्रम में, इसी विद्यालय में कार्यरत कवि, शिक्षक एवं समाजसेवी सोनभद्र श्याम बिहारी मधुर ने अपने राष्ट्र के संविधान में उल्लेखित भारतीय नागरिकों के मूल अधिकारों और कर्तव्यों पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि संविधान हमारे राष्ट्र भारत की आत्मा है। भारतीय संविधान के बिना हमारा कुछ भी वजूद नहीं है। अपने मौलिक अधिकारों की जानकारी के लिए सभी सम्मानित नागरिकों को भारतीय
संविधान का अध्ययन करना चाहिए। भारतीय संविधान के जनक, डॉ भीमराव अंबेडकर के इस महान योगदान के लिए हम उन्हें कोटि कोटि नमन करते हैं। संविधान दिवस को मनाने का उद्देश्य मुख्य रूप से संविधान की जानकारी हासिल करना व डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों और अवधारणाओं का प्रसार किया जाना था। इसमें देश के नागरिकों के मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों, सरकार की भूमिका, राष्ट्रपति, प्रधान मंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री की शक्तियों का वर्णन किया गया है। विधान पालिका, कार्य पालिका और न्याय पालिका के मुख्य कार्य, उनकी देश को चलाने की मुख्य भूमिका आदि सभी बातों का बखूबी ज़िक्र संविधान में है। उद्बोधन के क्रम में सहायक अध्यापक कृष्ण देव कुमार पांडेय और सहायक अध्यापक मनोज कुमार ने संविधान पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए अपने भाव व्यक्त कर बच्चों को विषेश जानकारी प्रदान किए। इस अवसर पर नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम, बाल संगोष्ठी एवं खेल कूद कार्यक्रम भी आयोजित करवाए गए।