एक अच्छा फोटो हजार शब्द से ज्यादा प्रभावी-मण्डलायुक्त

सुरभी चतुर्वेदी की रिपोर्ट


एस अतिबल छायाचित्र प्रतियोगिता व प्रदर्शनी उद्घाटित
वाराणसी, 26 नवम्बर। फोटोग्राफी कला के साथ साथ विज्ञान भी है। एक अच्छा फोटो हजार शब्द से ज्यादा प्रभावी होता है। यह ऐसी कला है जो एक कलाकार के रूप में फोटोग्राफर की रचनात्मक दृष्टि को दर्शाती है। यह विचार आज काशी पत्रकार संघ से संचालित वाराणसी प्रेस क्लब के तत्वावधान में दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि के सहयोग से आयोजित एस अतिबल छाया चित्र प्रतियोगिता व प्रदर्शनी के उद्घाटन पर मण्डलायुक्त कौशल राज शर्मा ने व्यक्त किये। कहा कि मोबाइल के बढ़ते चलन से फोटोग्राफी प्रभावित हो रही है। अब कोई भी फोटोग्राफर अपने आसपास की दुनिया और घटना के प्रति अपने दृष्टिकोण को इस माध्यम से व्यक्त कर सकता है। उन्होंने वरुणा के जीर्णोद्धार कार्य पर भी सहमति जतायी। आगतो का स्वागत काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष सुभाषचन्द्र सिंह ने, संचालन संघ के महामंत्री डा॰ अत्रि भारद्वाज और धन्यवाद ज्ञापन वाराणसी प्रेस क्लब के अध्यक्ष चन्दन रूपानी ने किया। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार योगेन्द्र नारायण शर्मा, संघ के पूर्व अध्यक्ष कृष्णदेव नारायण राय ने भी विचार रखे। अनिरूद्ध पाण्डेय ने आयोजन के उद्देश्य को रेखांकित किया।
प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार अमन आलम, द्वितीय पुरस्कार मोहम्मद मुकीद (दोनो हिन्दुस्तान), तृतीय पुरस्कार नरेन्द्र यादव (अमर उजाला) को प्राप्त हुआ। साथ ही प्रदीप तिवारी स्मृति पुरस्कार राजू सिंह दुआ (काशीवार्ता), मंसूर आलम स्मृति पुरस्कार संतोष यादव (दैनिक भास्कर), विजय सिंह स्मृति पुरस्कार मदन मेहरोत्रा (स्वतंत्र) को दिया गया। इस अवसर पर दो छायाकारों अनिल मिश्रा एवं शंकर चतुर्वेदी को छायारत्न से सम्मानित किया गया। आयोजन में प्रेस क्लब के मंत्री पंकज त्रिपाठी व सह संयोजक संजय गुप्ता, संघ के उपाध्यक्ष पुरूषोत्तम चतुर्वेदी की सक्रिय भागीदारी रही। संघ के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ तिवारी, गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा, संस्थापक इंदु शेखर शर्मा, पवन शुक्ला, अवनीधर, आशीष तिवारी, हनुमान यादव, शिवम गुप्ता, अश्वनी श्रीवास्तव, सुनील शुक्ला, उमेश गुप्ता, संदीप गुप्ता, हरिबाबू श्रीवास्तव, राजेश सेठ सहित बड़ी संख्या प्रेस छायाकार उपस्थित थे।

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