परिवार को स्वस्थ एवं तनाव मुक्त रहने पर हुआ मंथन

सुरभी चतुर्वेदी की रिपोर्ट

सुरभी चतुर्वेदी

वाराणसी 25 नवंबर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में गुरुवार को इंडियन एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट साइकियाट्री का 23वां चार दिवसीय से वार्षिक राष्ट्रीय सम्मेलन के दूसरे दिन शुक्रवार को बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में देश-विदेश से आएमनोचिकित्सकों ने परिवार में महिला एवं बच्चों के तनावमुक्त कैसे रखें पर मंथन किया देश विदेश से एकत्रमनोचिकित्सकों ने कहा कि परिवार से ही समाज बनता है और समाज तभी मजबूत और खुशहाल होगा जब परिवार सुख पूर्वक रहे परिवार की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी परिवार की महिलाएं एवं बच्चे हैं जब तक यह तनावमुक्त होकर खुशहाल नहीं होंगे समाज का निर्माण नहीं हो सकता मनोचिकित्सक बोले महिला एवं बच्चों को तनाव मुक्त जीवन जीने के अनेकों बातें अपने लेक्चर के माध्यम से कहीं मनोचिकित्सको नेमानसिक स्वास्थ्य एवं अध्यात्मिका से संबंधित कई विषयों पर प्रकाश डाला ब्रेन स्टिमुलेशन और कई नए इलजी के विषय में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों ने अपनी राय रखी चिकित्सकों ने अनुवांशिकता और मानसिक समस्याओं पर भी विचार प्रकट किया शिशु मानसिक स्वास्थ्य मेडिकल कॉलेज डॉक्टर सत्यराज ने अपनी बातें करते हुए कहा कि समाज और परिवार की सबसे महत्वपूर्ण घर की महिलाएं और बच्चे हैं यह यह स्वस्थ रहेंगे तो परिवार खुशहाल रहेगा मनोज चिकित्सकों ने अपनी राय देते हुए कहा कि घर में मोबाइल का कम से कम उपयोग हो और रात्रि कालीन में हो सके तो मोबाइल पूरी तरह से स्विच ऑफ हो एक मोबाइल इमरजेंसी के लिए चालू रहे ताकि परिवार के सभी लोग एक जगह बैठ कर बात कर सके अपने विचार प्रकट कर सके इससे मानसिक स्थिति मजबूत होगी साथ ही साथ एक दूसरे को समझने का भी मौका मिलेगा दूसरे दिन के सेमिनार को अमेरिका से आए डॉ सत्यराज दिल्ली से आए डॉ पुनीत रस्तोगी प्रसिद्ध मनोचिकित्सक डॉक्टर अमित सेन देहरादून से आए डॉ रवि गुप्ता मुंबई से आए दंपति डॉक्टर शैलेश डॉक्टर मैथिली मैसूर से डॉक्टर सतनारायण राव ने संबोधित करते हुए कहा कि मोबाइल का उपयोग कम से कम हो इससे परिवार को एक दूसरे को समझने का मौका मिलेगा और रात्रि कालीन में मोबाइल का उपयोग तो लगभग बंद ही करें इससे परिवार खुशहाल एवं मानसिक संदेश होगा आए हुए अतिथियों का स्वागत देवा फाउंडेशन के निदेशक डॉक्टर गोपाल झवर एवं मोहनी झवरकिया ।

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