प्रशासनिक स्तर पर प्रकरण की जांच शुरू
चोपन-सोनभद्र(सत्यदेव पांडेय)। चोपन आर्य समाज एवं आर्य शिशु मंदिर स्कूल पर अवैध कब्जे के मामले में आर्य समाज की प्रांतीय संस्था आर्य प्रतिनिधि सभा उत्तर प्रदेश के प्रधान देवेन्द्र पाल वर्मा ने बड़ी कार्यवाही की है। प्रदेश प्रधान ने सोनभद्र के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, उप जिलाधिकारी एवं थानाध्यक्ष चोपन को पत्र लिखकर कहा है कि आर्य समाज चोपन के प्रकाश दास पुत्र स्वर्गीय रामेश्वर दास ने परिवारी जनों एवं कुछ बाहरी लोगों के साथ मिलकर एक फर्जी एवं अवैध कमेटी बना कर आर्य समाज और आर्य शिशु मंदिर स्कूल पर जबरन अवैध कब्जा कर लिया है जिसे समाज हित में अवैध कब्जे से मुक्त कराया जाना चाहिए। प्रदेश प्रधान ने इस प्रकरण पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए श्री प्रकाश दास सहित तीन लोगों को आर्य समाज से 6 वर्षों हेतु निष्कासित कर बाहर का रास्ता दिखा दिया है। मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश प्रधान का पत्र मिलते ही जिला प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है और मामले की प्रशासनिक जांच कराई जा रही है।
इस आशय की जानकारी देते हुए जिला आर्य प्रतिनिधि सभा सोनभद्र के प्रधान श्री कपिल देव सिंह आर्य ने बताया कि पूर्व पदाधिकारी प्रकाश दास ने अपने परिवारी जनों एवं कुछ अन्य बाहरी लोगों के साथ मिलकर एक फर्जी कमेटी बना कर आर्य समाज एवं आर्य शिशु मंदिर स्कूल पर ही अवैध ढंग से कब्जा कर लिया। जिसे प्रदेश सभा के प्रधान देवेन्द्र पाल वर्मा ने गंभीरता से लेते हुए इकाई समाज के प्रस्ताव पर ” आर्य समाज विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने, नियमों सिद्धांतों के विपरीत कार्य करने, जिला सभा एवं प्रदेश सभा के निर्देशों/ आदेशों की लगातार अवहेलना, अनुशासनहीनता एवं आर्य समाज/ आर्य शिशु मंदिर की संपत्तियों पर अवैध कब्जा करने के आरोप में प्रकाश दास, कामिनी देवी और धीरज चक्रवर्ती का आर्य समाज चोपन से 6 वर्षों के लिए निष्कासन किया है।साथ ही सोनभद्र के प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखकर उनसे समाज हित में समाज की संपत्तियों को अवैध कब्जे दारों से मुक्त कराने की अपेक्षा की है।सूत्रों के अनुसार प्रशासन द्वारा पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है।