जवाहर लाल नेहरू के जन्म दिवस पर हिंडालको महान ने आयोजित की सुर संग्राम व खेल प्रतियोगिता

संगीत कला के क्षेत्र में भी हैं बेहतर कैरियर की संभावनाएं-शशी कुमार

सिगरौली।जवाहर लाल नेहरू के जन्म दिवस पर हिंडालको महान ने आयोजित की सुर संग्राम व खेल प्रतियोगिता आयोजित।बताते चले कि हिंडालको महान के द्वारा स्थानीय संगीत प्रतिभाओं को हुनर निखारने के लिये,स्वतंत्र देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू जिसे लोग चाचा नेहरू कह कर पुकारते थे उनके जन्म दिन को सुर संग्राम प्रतियोगिता का आयोजन कर उन बच्चो को मौका देने का प्रयास किया गया,जिनमे संगीत की अपार क्षमता है ,इस कार्यक्रम में आस पास के कई शासकीय व निजी विद्यालय के सैकड़ो छात्र छात्राओं ने भाग लेकर अपनी संगीत कला का व अन्य खेलों का शानदार प्रदर्शन किया ,कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हिंडालको महान के स्मेल्टर हेड एस. शशी कुमार व विशिष्ट अतिथि के रूप में सी.एस.आर. प्रमुख संजय सिंह व सी.एस.विभाग से विजय वैश्य,धीरेन्द्र तिवारी, शीतल श्रीवास्तव शामिल हुये, वही आर.एन्ड आर. कालोनी मझिगँवा के सरस्वती शिशुमन्दिर विद्यालय में मुख्य अतिथि के रूप में हिंडालको महान के सी.टी.एस.विभाग से प्रबंधक प्रवीण कुमार सिंह ने बौद्धिक व खेल प्रतियोगिता में विजयी खिलाड़ीयो को पुरुस्कृत किया।महारानी लक्ष्मीबाई स्कूल बरगंवा में आयोजित कार्यक्रम का संचालन करते हुये बीरेंद्र पाण्डेय ने नेहरू जी के राष्ट्र के निर्माण में योगदान को याद करते हुये कहा कि ,हर वर्ष की तरह इस बार भी पूरे देश में बाल दिवस की धूम है। हमारा देश हर साल 14 नवंबर को स्वतंत्र देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जन्म दिन को दर्शाने के लिए बाल दिवस के रूप में मनाता है। बाल दिवस चाचा नेहरू के कार्य, शिक्षा में उनके योगदान के लिए मनाया जाता है। स्वतंत्र देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू यह मानते थे कि बच्चे किसी भी समाज का फाउंडेशन और एक राष्ट्र की असली ताकत होते हैं। उनका कहना था कि आज के बच्चे ही कल के भारत का निर्माण करेंगे और जिस तरह से हम उनका विकास करेंगे उसी स्तर पर देश का भी विकास होगा। नेहरू जी के संगीत प्रेम को हिंडालको महान ने सुर संग्राम जैसे प्रतियोगिता का आयोजन कर बाल वर्ग व किशोर वर्ग के प्रतिभाओं को एक मौका दिया है,कार्यक्रम में संगीत के अलावा रस्साकशी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ,जिसमें महरानी लक्ष्मी बाई स्कूल विजयी रही ।साथ ही संगीतमय कुर्सी दौड़ का भी आयोजन किया गया जिसमें एक्सीलेंट स्कूल की छात्रा सलोनी सिंह विजेता रही,सुर संग्राम कार्यक्रम में बाल वर्ग से न्यू रॉयल स्कूल से पलक व किशोर वर्ग से सी.एम. राइज स्कूल बरगंवा से चक्र धर तिवारी सुर संग्राम 2022 के विजेता बने। कार्यक्रम के अंत मे एस. शशि कुमार ने बच्चो को पुरस्कृत करने के पश्चात कहा कि आप सब मे अपार संगीत के प्रति रुझान है व इस प्रतिभा को निखारने के लिये नियमित अभ्यास करते रहे,संगीत के क्षेत्र में बेहतर कैरियर की संभावनाएं हैं ।वही कार्यक्रम में संजय सिंह ने हारने वाले बच्चो को कहा कि आप निराश न हो ,जो आज हारा है वो कल का विजेता है,आप सब का धन्यवाद जो आप सबने इतना बेहतरीन कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में महारानी लक्ष्मीबाई के प्राचार्य सुशील शुक्ला व सी.एस.आर.विभाग से देवेश त्रिपाठी,अरविंद वैश्य,खलालू का विशेष योगदान रहा।

Translate »