सोनांचल रत्न सम्मान से साहित्य मनीषियों का हुआ सारस्वत सम्मान

अवसर था- भारतीय विकास सोनांचल उत्थान समिति का स्थापना दिवस समारोह

सोनभद्र(सर्वेश कुमार)।भारतीय विकास सोनांचल उत्थान समीति के नगर स्थित प्रशिक्षण केंद्र पर शुक्रवार को 15 वाँ स्थापना दिवस समारोह मनाया गया | इस अवसर पर सोनभद्र के पांच साहित्यिक विभुतियों को उत्कृष्ट साहित्य सेवा के लिए ‘सोनांचल रत्न सम्मान’ दे कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं वैदिक मंत्रों चार से पूजन एवं वाणी वंदना से कराया गया | सुप्रसिद्ध गीतकार कवि ईश्वर विरागी ने वाणी बंदना कर लोगों

की तालियां बटोरी। भारतीय विकास सोनांचल उत्थान समीति द्वारा ‘सोनांचल रत्न सम्मान’ से सम्मानित होने वाले साहित्य मनीषियों गीतकार डॉक्टर रचना तिवारी, जगदीश पंथी, ईश्वर विरागी, राकेश शरण मिश्र ‘गुरु’ और राधेश्याम द्विवेदी का माल्यार्पण ,अंग वस्त्र व सोनांचल रत्न प्रमाण पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। संस्थान के उपाध्यक्ष ओम प्रकाश पाण्डेय ‘निर्भय’ ने अतिथियों का स्वागत एवं संस्थान के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला । संस्थान के अभिवावक विशिष्ट अतिथि राधे

श्याम द्विवेदी ने प्रशिक्षुओं का कर्तव्य बोध, निष्ठा , आदर्श एवं चरित्र निर्माण पर ध्यान आकृष्ट कराया । उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण के लिये ये सभी गुण प्रत्येक नागरिकों में होना चाहिए , तभी विकसित राष्ट्र का निर्माण संभव हैं | संस्थान के सचिव आनंद प्रकाश गुप्ता ने बताया कि यह संस्थान वर्ष 2007 से अब तक 1485 प्रशिक्षणार्थियों को ट्रेनिंग दे चुका हैं , जिनमें से 900 ट्रेनिंग प्राप्त कर चुके युवाओं को विभिन्न क्षेत्रो में रोजगार भी उपलब्ध कराया हैं | समारोह में कार्यक्रम की अध्यक्षता गीतकार जगदीश पंथी ने और संचालन राकेश शरण मिश्र ‘गुरु’ ने किया | कवि ईश्वर वैरागी , कवयित्री डॉक्टर रचना तिवारी के गीतों से सभी आत्म विभोर हो उठे। इस मौके पर मुख्य रूप से संस्थान के महेश कुमार मिश्रा , हर्ष कुमार गुप्ता , ममता गोस्वामी ,चंचला देवी , सौम्या त्रिपाठी,आँचल, पूजा इत्यादि मौजूद रहे |

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