सुरभी चतुर्वेदी की रिपोर्ट
वाराणसी। देव दीपावली पर्व पर उत्तरवाहिनी गंगा किनारे जमी पर चांद सितारे उतरने का एहसास,गंगा घाट नहाये रोशनी से, हर घाट पर सजे दीप, घाटों का कोना-कोना हुआ प्रज्जवलित,गंगा के दोनों किनारों पर लगभग दस लाख से अधिक दीये जलाने से महसूस हो रहा था कि जैसे गंगा तट पर सितारे टांक दिये गये हो। यह अद्भुत नजारा देख पर्यटकों के साथ नागरिक यादों में इसे सजोंने के लिए कैमरे और सेलफोन से फोटो लेने में जुटे रहे। देव दीपावली देख लोगों के मुंह से अद्भुत, अलौकिक, अद्वितीय, जैसे शब्द ही निकल रहे थे। इसके पहले शाम को लोगों के सामूहिक प्रयास से घाटों का कोना कोना रोशनी से नहा उठा। गंगाघाट की सीढि़यों से लेकर गंगा की लहरों तक, घरों से लेकर मंदिरों तक, हर जगह रोशनी ही रोशनी दिखी। गंगा तट पर शाम को कोई दिये में तेल डालता दिखा तो कोई दीयों में बाती रखता। लोग पूरे उत्साह के साथ विभिन्न सामाजिक संगठनों,जिला प्रशासन के अफसरों और विशिष्ट जनों के साथ दीयों को प्रज्जवलित कर देव दीपावली का पर्व मना रहे।