बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)
ग्रामीण आदिवासी युवाओं को रोजगार से जोड़ने की की पहल।
बभनी(सोनभद्र) पूर्व नियोजित प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार दिन रविवार को चार बजकर दस बजे शायंकाल को तामिलनाडु से चलकर आए प्रसिद्ध उद्योगपति व दुनिया के उनसठवें व भारत के छठवें अमीर व पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित जोहो कार्पोरेशन के संस्थापक सीईओ प्रतिष्ठित उद्योगपति श्रीधर बैंबू का आगमन विकास खंड बभनी के अंतिम छोर ग्राम पंचायत भलपहरी के प्राथमिक विद्यालय टेकुआरी में आगमन हुआ। मुख्य अतिथि श्रीधर बैंबू द्वारा सर्वप्रथम दीप प्रज्जवलन मां भारती व बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। मुख्य अतिथि के रूप में श्रीधर बैंबू इंडियन विलेनियर बिजनेस मैग्नेट आईआईटीएन सीईओ जोहो कार्पोरेशन का स्वागत पूर्व विधायिका एवं जिला संयोजक रुबी प्रसाद द्वारा पुष्पगुच्छ व अंगवस्त्र व मोमेंटो देकर किया गया ।
भलपहरी ग्राम प्रधान व प्रधान संघ अध्यक्ष बभनी जगदीश सिंह द्वारा आर सुंदरम स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष का माल्यार्पण व अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया उसी क्रम में बभनी ब्लाक के सह संयोजक स्वावलंबी भारत अभियान के राधेश्याम पांडेय द्वारा क्षेत्रीय संगठन मंत्री स्वदेशी जागरण मंच अजयजी का माल्यार्पण व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया इसी क्रम में पूर्व विधायक एवं जिला सह समन्वयक रामजग गोंड़ द्वारा सम्मानित किया गया पूर्व विधायिका व जिला सह समन्वयक रुबी प्रसाद का सामाजिक
कार्यकत्री तारावती गोंड़ द्वारा सम्मानित किया गया बभनी विस्तारक स्वावलंबी भारत के चिंतामणि दुबे द्वारा जिला सह समन्वयक आलोक कुमार चतुर्वेदी का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम के शुरुआत में कम्पोजिट विद्यालय मझौली की छात्राओं द्वारा स्वागत गान सरस्वती वंदना व पीटी प्रदर्शन किया गया बच्चों की प्रतिभा देखकर मंचासीन काफी प्रभावित हुए। मुख्य अतिथि के आगमन पर आदिवासी समुदायों द्वारा परंपरागत कर्मानृत्य व सैलाडांस का आयोजन किया गया। तत्पश्चात बारी-बारी से रुबी प्रसाद विधायिका द्वारा श्रीधर बैंबू का परिचय व सफल कैसे होते हैं उसका मूल-मंत्र बताया अगले क्रम में अजय सिंह तीरथराज आलोक चतुर्वेदी दयाशंकर पांडेय द्वारा उपस्थित जनता को संबोधित किया। तत्पश्चात जिसको देखने व सुनने एक झलक पाने के लिए जनता उमड़ी थी अंततः श्रीधर बैंबू के मंच पर माईक सम्भालते ही जनता में एक अलग उत्साह दिखा।बैंबू ने अपने संबोधन में जनता से कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है लेकिन विकास की सबसे पहली सीढ़ी कपड़ा उद्योग है इसके बाद दूसरी सीढ़ी मोबाईल चार्जर पंखा जिसे हम अपने गांव घर में ही बना सकते हैं और सफलता के तीसरी सीढ़ी का मूल-मंत्र मोटर गाड़ी का दिया उन्होंने बताया कि मोबाइल 80 हजार से एक लाख रुपए किलो बिकती है लेकिन वही मोबाइल बनने के बाद की कीमत लाखों में हो जाती है। उन्होंने बताया कि किसान खून-पसीना बहाकर और लागत लगाकर पैदा करते हैं उसका संवर्धन मूल्य नहीं मिल पाता है जैसे उदाहरण दिया किसान गन्ना पैदा किया और उसे बेचा उसकी लागत मूल्य नहीं मिल पाई वहीं किसान अपने ब्रेन पावर का स्तेमाल कर उसका गूड़ चीनी और मिठाई बनाकर बेचता तो उसका लागत से कहीं ज्यादा मूल्य मिलता और ग्रामीण क्षेत्र का युवा रोजगार के लिए पलायन नहीं करता उन्होंने कहा कि पूरा विश्व भारत के ब्रेन पावर का लोहा मानता है यहां कि युवा रोजगार चाहें तो सही ब्रेन का स्तेमाल कर लोगों को रोजगार दे सकते हैं। इस दौरान कार्यक्रम में ग्राम प्रधान जगदीश सिंह, विजय जायसवाल, राजेश कुमार, राम प्रताप, मु.हसनैन, शशि अग्रवाल, आलोक चतुर्वेदी ,राम कुमार विद्यालय परिवार से शिक्षक छोटेलाल, सुजीत कुमार पांडेय, आरती देवी, एआरपी जगरनाथ शशि, शंकर श्रीवास्तव, अफजल, उत्तम गुप्ता व शिक्षक लार्ड विश्वकर्मा, अजय कुमार मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रधानाचार्य संदीप सिंह ने किया।