बभनी/सोनभद्र (अरुण पांडेय)
बभनी। विकास खंड के भलपहरी ग्राम पंचायत के प्राथमिक विद्यालय टेकुआरी में छ: नवंबर को पद्मश्री सम्मान से पुरस्कृत श्रीधर बैंबू का आगमन होगा।जो उत्तर प्रदेश के अंतिम छोर पर स्थित आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के लिए एक गौरव की बात है।जो अपने प्रोटोकॉल के तहत 2.50 बजे पहुंचेंगे।और पिछड़े छेत्र के ग्रामीणों से वार्ता कर बेरोजगार युवाओं को रोजगार से जुड़ने का पहल करेंगे।
कौन हैं श्रीधर बैंबू ?
श्रीधर बैंबू भारतीय अरबपति बिजनेस मैनेजमेंट हैं और जोहो कार्पोरेशन के संस्थापक और सीईओ भी हैं श्रीधर बैंबू दुनिया के 59 वें सबसे भारतीय अमीर व्यक्ति हैं उन्हें 2021में भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
सामाजिक उद्यमिता
श्रीधर बैंबू 2004 में शिक्षा के विकल्प के रूप में औपचारिक विश्वविद्यालय ग्रामीण छात्रों को व्यवसायिक साफ्टवेयर विकास शिक्षा प्रदान करने के लिए जोहो स्कूल की स्थापना किए।
बैंबू का लक्ष्य।
बैंबू एक सकुशल भारतीय नागरिक हैं जो अपने व्यवसाय के लिए गए थे किन्तु बड़ी-बड़ी चुनौतियों का सामना करने के बाद तमाम सफलताओं को प्राप्त कर स्वदेश लौट आए उन्हें शहरी क्षेत्रों के अपेक्षा उनका लगाव ग्रामीण विकास की ओर है अपनी दिनचर्या का अधिकतर समय गांवों में जाकर बेरोजगार युवाओं को रोजगार प्रदान कराना है पूर्व विधायक रुबी प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया कि उनका लक्ष्य सामाजिक उद्यमिता के तहत आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में जाकर लोगों को कई प्रकार के रोजगारों से जोड़ना है और दक्षिणांचल के बभनी क्षेत्र का भाग्योदय करना है।
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