वाराणसी से पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
मंत्रीद्वय ने देव दीपावली एवं छठ पूजा के तैयारियों का लिया जायजा
गंगा घाटों की समुचित सफाई व स्वच्छता व्यवस्था सुनिश्चित कराये-रविन्द्र जायसवाल
घाटों पर जमा सिल्ट की युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर तत्काल सफाई सुनिश्चित कराया जाए
वाराणसी।गंगा के सभी घाटों पर आकर्षक सजावट सुनिश्चित हो वाराणसी। उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल एवं आयुष, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ दयाशंकर मिश्र 'दयालु' ने शुक्रवार को विधायक सौरभ श्रीवास्तव, एमएलसी केदारनाथ सिंह, कमिश्नर कौशल राज शर्मा, नगर आयुक्त प्रणय सिंह सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ दौरा कर आगामी 7 नवंबर को आयोजित होने वाले देव दीपावली कार्यक्रम व छठ पूजा की तैयारियों का निरीक्षण कर जायजा लिया। उन्होंने नमो घाट से मोटर बोट से रविदास घाट तक दौरा कर गंगा घाट की सफाई एवं अन्य किये जा रहे व्यवस्थाओं को देखा। मंत्रीद्वय ने गंगा के सभी 84 घाटों की समुचित साफ-सफाई के साथ ही आसपास की गलियों एवं सड़क मार्गों की भी सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने विशेष जोर देते हुए कहा कि गंगा में जल स्तर वृद्धि होने के कारण घाटों पर जमा सिल्ट की युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर तत्काल सफाई सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने गंगा घाट पर पर्याप्त लाइटिंग कराए जाने के साथ ही खराब एवं बंद लाइटिंग को तत्काल दुरुस्त कराए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि देव दीपावली के दौरान निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित किया जाए और इस दौरान गंगा घाट पर जेई व लाइनमैन की उपस्थिति सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी तैयारियां समय से पूर्व पूरा करा लिया जाए और किये जा रहे कार्यों पर वरिष्ठ अधिकारी पैनी नजर रखे। देव दीपावली के अवसर पर गंगा घाटों पर सुरक्षा के भी मुकम्मल इंतजाम सुनिश्चित कराए जाएं। गंगा के सभी घाटों पर आकर्षक सजावट सुनिश्चित हो। इस दौरान नावों पर निर्धारित संख्यानुसार ही सैलानी सवार हो। मंत्री द्वय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आगामी छठ पूजा पर गंगा घाटों पर स्वच्छता एवं सुरक्षा के ऐसे इंतजाम किए जाएं की श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। इस दौरान गंगा घाटों की तरफ छूटा पशु कतई विचरण नहीं करनी चाहिए और सचल चिकित्सा व्यवस्था की उपलब्धता सुनिश्चित कराया जाए। वाहनों के पार्किंग की समुचित व्यवस्था हो। जिससे सड़कों पर आवागमन प्रभावित न होने पाए और जाम की स्थिति न हो।