चला गया समाजवाद का प्रखर प्रहरी ! शोक

–कुल चार मुलाकातें रही बेमिशाल

सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव) । समाजवादी पार्टी के संरक्षक उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्र में रक्षा मंत्री रहे मुलायम सिंह यादव जी के निधन से समाजवाद के एक प्रखर प्रहरी के युग का अंत हो गया । यह प्रतिक्रिया सोमवार को उनसे चार बार मिल चुके पत्रकार भोलानाथ मिश्र ने व्यक्त की । उन्होंने ने बताया कि नेताजी से पहली मुलाकात 1977 में वाराणसी के बेनियांबाग की नुक्कड़ सभा की व्यवस्था के दौरान हुई थी । जनता पार्टी के चुनाव चिन्ह चक्र के भीतर कंधे पर हल लिये निशान के प्रचार में आये थे । एक सफेद अम्बेस्डर कार में तकिया , चादर , रखी थी । शिवपाल यादव व ड्राइवर था । हम लोगो से परिचय हुआ तो कार से ठोकवा निकलकर खिलाये थे । दूसरी मुलाकात राबर्ट्सगंज में बढ़ौली चौराहे के समीप व्यवसाय श्री जायसवाल जी के भवन में हुई थी । तब मैं आज में पत्रकार था । मुलायम सिंह बैंड बाजा बन्द कराकर गेट से मुझे भीतर ले गये और जलपान कराने के बाद प्रेस के लिए बात किये । तीसरी मुलाकात लखनऊ में एनेक्सी में हुई थी । सोनांचल के समाजवादी चिंतक अजय शेखर और राम भरोसे सिंह साथ मे थे । जिला मुख्यालय पर चर्चा करने के लिए लिफ्ट से तीसरी मंजिल पर ले गये थे । चौथी और अंतिम मुलाकात शक्तेशगढ़ परमहंस आश्रम में स्वामी जी के दर्शन कराने के दौरान हुई थी । स्वर्गीय प्रेमनाथ चौबे और नारद
बाबा साथ में थे । कचौड़ी जलेबी का जलपान हुआ था । उसी दिन मिर्ज़ापुर में कैलाश चौरसिया के घर दोपहर के भोजन पर आमंत्रित किया गया तो आश्रम की ओर से भोजन में शामिल हुआ ।

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