स्वच्छ पर्यावरण से होता है साहित्य, कला, संगीत और संस्कृति का निर्माण

मां दुर्गा, मां काली, शंकर जी रहे आकर्षण का केंद्र

सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)। विजयदशमी के अवसर पर जनपद मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज नई बस्ती स्थित मां शेरावाली कमेटी के पांडाल में बुधवार की देर रात सुर साहित्य समिति की ओर से विचार एवं कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार अजय शेखर ने कहा कि-पर्यावरण ही साहित्य, कला, संस्कृति, संगीत का आधार है। हम सभी का कर्तव्य है पर्यावरण की रक्षा करते हुए वृक्षारोपण करें। रामायण कल्चर मैपिंग योजना के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर दीपक कुमार केसरवानी ने कहा कि-सोनभद्र जनपद के पर्यावरण मे वर्तमान उद्योगों ने सेंध लगा दिया है

जिसके कारण यहां का पर्यावरण प्रदूषित हो चुका है और वह दिन दूर नहीं जब सोनभद्र के छात्र- छात्राओं को चित्रों में पेड़- पहाड़ अध्यापक दिखाएंगे। इस अवसर पर राजा शारदा महेश इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य शिवधारी शरण राय, कवि सुशील राही, सरोज सिंह, डॉ बी पी सिंगला, सिद्ध नाथ पांडेय, राजाराम शंकर, संतोष जी, अधिवक्ता ज्ञानेंद्र शरण राय आदि ने पर्यावरण से संबंधित अपने विचार व्यक्त किए। आयोजक एवं मां शेरावाली कमेटी के अध्यक्ष राजकुमार केसरी ने सभी आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें एक-एक पौधा देकर सम्मानित किया। इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ मां दुर्गा के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुआ। वही कार्यक्रम में नन्ही मुन्नी बच्चियों ने डांडिया एवं भगवान शिव, मां काली, मां दुर्गा का रूप धरे भजन पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का सफल संचालन अध्यापक कृष्ण कुमार पांडेय ने किया।

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