दो साल कोरोना के बाद इस वर्ष काफी उत्साह में हो रही तैयारी
चोपन। शनिवार को कात्यायनी माता की पूजा के साथ ही दशहरा मेले की तैयारी ने जोर पकड़ लिया है। जगह-जगह जहां पंडाल का निर्माण अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है वहीं देवी प्रतिमा का निर्माण करीब करीब पूरा हो चुका है। अब मां दुर्गा की प्रतिमा को सजाने और सवांरने में मूर्तिकार जुटे हुए है। बताते चले कि कोरोना महामारी में दो साल सादगी से दुर्गा पूजा मनाने के बाद इस साल दुर्गा पूजा अपने पुराने स्वरूप में लौटेगी। जिस प्रकार दो साल से पहले पूजा समितियों की ओर से मेला का आयोजन किया जाता रहा इस बार उससे भी अधिक भव्य आयोजन किए जाने की तैयारी में लोग जी जान से जुट गए हैं। लगभग चार दिनों तक लगने वाले मेले में चोपन
नगर में बन रहे लगभग 85 फिट रावण का प्रतिमा पूरे जनपद में प्रसिद्ध है। नगर के रेलवे दुर्गा मैदान, हिल कॉलोनी, प्रीतनगर गड़ईडीह व चोपन बैरियर आदि स्थानों पर बनने वाले पंडाल अब अपने आकार में भी आने लगे हैं। पंडालों के आसपास बिजली बत्ती झालरों की भी सजावट शुरू हो गयी है। इससे कुछ जगहों पर शाम के बाद की रौनक बदल जाती है। हालांकि अभी बिजली की सजावट शुरू हुई है। पूरी तरह सजावट के बाद नगर की छंटा देखते ही बनेगी। पंडाल निर्माण के साथ ही मां की प्रतिमा का निर्माण भी अंतिम चरण में पहुंच गया है। लगभग सभी जगह देवी प्रतिमाओं को अपने स्थान पर विराजमान भी कर दिया गया है। अब उसके रंग रोगन और सजावट के काम को पूरा किया जा रहा है। इधर, मेला स्थलों के आसपास खिलौने, साज-शृंगार, मिठाई, मूगंफली, गोलगप्पे आदि के दुकान लगाने की तैयारी भी शुरू कर दी गयी है। लोग अपने अपने हिसाब से दुकान लगा रहे हैं। शनिवार को नवरात्र के छठे दिन लोगों ने कात्यायनी माता की पूजा की। वहीं सप्तमी को पट खुलने के साथ दशहरा मेले के उत्सव में सभी डूब जाएंगे।|