सिगरौली।उर्जाधानी सिंगरौली में विश्वकर्मा जी पूजा का विशेष विधान है,जहां भारी भरकम कल कारखानों से भरी ऊर्जा नगरी में भगवान विश्वकर्मा का जन्मोत्सव 17 सितम्बर को बड़े धूमधाम से मनाया गया।हिंडालको महान में पावर प्लांट,स्मेल्टर,कार्बन,पाट रूम,सोलर प्लांट ,कास्ट हाउस,ओ.एन्ड.एम., ट्रांसपोर्ट विभागों व प्रतिष्ठानों में विधि-विधान से भगवान विश्वकर्मा की पूजा की गई। मान्यता है कि भगवान विश्वकर्मा ने ही इंद्रपुरी, यमपुरी, वरुण पुरी, कुबेरपुरी, पांडवपुरी, सुदामापुरी, शिवपुरी आदि का निर्माण किया था। पुष्पक विमान का निर्माण तथा सभी प्रकार के देवताओं के अस्त्र एवं दैनिक उपयोग होने वाले वस्तु भी इनके ही द्वारा बनाया गया है। ब्रह्मा का कुंडल, भगवान विष्णु का सुदर्शन चक्र, भगवान शिव का त्रिशूल और यमराज का कालदंड और दैनिक वस्तुओं का निर्माण भगवान विश्वकर्मा ने ही किया है। इसीलिए उन्हें देव शिल्पी भी कहा जाता है। सी.एस.आर.कार्यालय के समीप बने विश्वकर्मा मंदिर में हिंडालको महान के विभाग प्रमुखो,यूनियन प्रतिनिधियों व कर्मियों ने विश्वकर्मा जी पूजा अर्चना की ,जिसमे प्रमुख रूप से कंपनी के परियोजना प्रमुख सेन्थिलनाथ,मानव संसाधन प्रमुख बिश्वनाथ मुखर्जी,स्मेल्टर हेड एस.शशि कुमार,पावर प्लांट हेड चंद्र शेखर सिंह,ऑपरेशन हेड आर.पी.सिंह, व पाट रूम हेड गौरव वर्मा ने विश्वकर्मा जी की विधि विधान से पूजा व हवन किया।व संस्थान के सफल संचालन हेतु विश्वकर्मा भगवान से सतत कृपा बनाये रखने की याचना की।