जिला कारागार में शिविर लगाकर एड्स के लक्षण, बचाव, रोकथाम के बारे में किया गया जागरूक

गुरमा-सोनभद्र(मोहन गुप्ता):- जिला कारागार प्रशाशन और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त प्रयास से जिला कारागार में निरुद्ध बन्दियों को शिविर लगाकर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया।जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव विनय कुमार सिंह ने शिविर के माध्यम से निरुध्द बन्दियों को एड्स जैसी गंभीर बीमारी व उससे बचाव के प्रति जागरूक किया गया।एड्स आधुनिक समय की सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है। इसका बचाव ही प्राम्भिक इलाज है।
जेल अधीक्षक सौरभ श्रीवास्तव ने कहा कि जेल प्रसाशन बन्दियों के स्वास्थ्य के प्रति काफी गंभीर है, बन्दियों के बेहतर

स्वास्थ्य के प्रति निरन्तर कारागार में स्वास्थ्य कैम्प लगाकर होने वाले बीमारी का परीक्षण कर निशुल्क दवाओं का वितरण भी किया जाता है, और यदि किसी बन्दी को शारीरिक व मानसिक कोई भी समस्या हो तो जरूर बताएं। वही जेलर जेपी दुबे ने कहा कि जेल प्रशाशन का मनसा ही बन्दियों को बीमारियों के प्रति महफूज रखना है यदि कोई भी बन्दी को बीमारी का शिकार है या कोई भी लक्षण दिखे तो अस्पताल में जाकर दवा जरूर ले। वही डॉ मुस्ताक अहमद ने निरुध्द बन्दियों को एड्स के बचाव के बारे में जानकारी देते हुए बोले की एड्स जैसी महामारी असुरक्षित यौन संबंध बनाने से,संक्रमित व्यक्ति के रक्त के माध्यम से या गर्भावस्था या प्रसव के दौरान माँ से बच्चे में फैलता है। इसलिए बचाव ही इलाज है। अगर बन्दी को कोई भी लक्षण दिखे तो जरूर बताएं । स्वास्थ्य शिविर में कुल 70 बन्दियों का कोविड वैक्सिनेशन किया गया। उक्त शिविर में डिप्टी जेलर शशांक पटेल, पैरालीगल वलिटीयर्स राजन चौबे मौजूद रहे।

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