ट्रक संचालकों ने खान अधिकारी का दफ्तर घेरा, परमिट के नाम पर धन उगाही का किया विरोध

संजय सिंह

चुर्क(सोनभद्र)। परमिट के नाम पर उगाही और ओवरलोडिंग तथा बगैर परमिट के गाड़ियों पर बालू-गिट्टी लोडिंग के मामले में लोडिंग प्वाइंट पर कार्रवाई करने के बजाय, ट्रक संचालकों के उत्पीड़न को लेकर ट्रक मालिकों ने मंगलवार की शाम खान महकमे के दफ्तर में जमकर हंगामा किया। ट्रक ओनर्स एशोसिएशन के बैनर तले खान विभाग के दफ्तर का घेराव करने के साथ ही, परिसर में भी घंटों धरने पर बैठे रहे।

जानकारी पाकर पहुंचे एएसपी कालू सिंह ने खान अधिकारी आशीष कुमार के कमरे में एसोसिएशन के लोगों के साथ बैठक की लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद दोबारा धरने पर जाकर बैठ गए। मामले को गंभीर होता देख, देर शाम एडीएम सहदेव मिश्र भी वहां पहुंच गए। समाचार दिए जाने तक खान अधिकारी और एएसपी की मौजूदगी में एडीएम की ट्रक संचालकों से वार्ता जारी थी।”

खान अधिकारी की टीम सिर्फ वाहनों पर ही कार्रवाई कर रही- ट्रक संचालक

ट्रक संचालकों का कहना था कि अगर कोई वाहन ओवरलोड या बिना परमिट के पकड़ा जा रहा है तो लोडिंग प्वाइंट पर कार्रवाई की जाय लेकिन खान अधिकारी की टीम सिर्फ वाहनों पर ही कार्रवाई कर रही है। लोडिंग प्वाइंटों को एक तरह से ओवरलोडिंग और बगैर परमिट के बालू-गिट्टी लोड की छूट दे दी गई है। एम-एम 11 की निर्धारित कीमत से ढाई से तीना गुना शुल्क लिए जाने का भी आरोप लगाते हुए, इसकी आड़़ में खान अधिकारी द्वारा उगाही कराए जाने का आरोप लगाया। खान निरीक्षक द्वारा ट्रक चालकों-संचालकों से कथित दुव्र्यवहार का भी मसला छाया रहा। मसले को लेकर खान अधिकारी और ट्रक संचालकों के बीच तीखी नोंकझोंक भी हुई
मामले की जानकारी पाकर एएसपी कालू सिंह खान दफ्तर पहुंचे और उन्होंने नाराज ट्रक मालिकों को शांत कराने की कोशिश की लेकिन खान अधिकारी के खिलाफ ट्रक संचालकों में इस कदर आक्रोश था कि उनके सामने भी खान अधिकारी और ट्रक मालिकों के बीच नोंकझोंक की स्थिति बनी रही। इसके चलते एएसपी की तरफ से कराई गई पहले दौर की वार्ता का भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला।

परिसर में ट्रक संचालकों का धरना

इसके बाद मामले की जानकारी एडीएम सहदेव मिश्रा को दी गई। जानकारी पाते ही, वह भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद ट्रक संचालकों के प्रतिनिधिमंडल के साथ खान अधिकारी के कमरे में दूसरे दौर की वार्ता शुरू हो गई। समाचार दिए जाने तक जहां वार्ता जारी थी। वहीं ट्रक ओनर्स एशोसिएशन के बैनर तले, ट्रक संचालक दफ्तर के बाहर परिसर में धरने की शक्ल में जमे हुए थे।”

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