भारतीय जीवन बीमा निगम ने 66 वें स्थापना दिवस पर आयोजित की संगोष्ठी

सोनभद्र(सर्वेश श्रीवास्तव)। भारतीय जीवन बीमा निगम के 66वें स्थापना दिवस पर गुरुवार को निगम की शाखा रावर्टसगंज में कर्मचारियों तथा अभिकर्ताओं ने धूमधाम से स्थापना दिवस मनाया। इस दौरान शाखा प्रबंधक माता प्रसाद सिंह ने दीप प्रज्वलित कर आयोजन की शुरुआत की। अपने संबोधन में कहा कि लोगों को आर्थिक सुरक्षा देने के लिए भारत सरकार ने एक सितंबर 1956 को 245 निजी बीमा कंपनियों का समायोजन करते हुए भारतीय जीवन बीमा निगम की स्थापना की थी। आज निगम 30 करोड़ बीमा धारकों को आर्थिक सुरक्षा दे रही है साथ ही लगभग सवा लाख कर्मचारी

कार्यरत हैं। श्री सिंह ने कहा कि लोगों को अपनी और अपने परिवार की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बीमा अवश्य कराना चाहिए। सहायक शाखा प्रबंधक अजीत यादव तथा विकास अधिकारी शिवचरण यादव ने कहा कि भारतीय जीवन बीमा निगम के लगभग बारह लाख अभिकर्ताओं के कारण ही आज निगम से करोड़ों बीमा धारकों को आर्थिक सुरक्षा मिल रही है। कहा अभिकर्ता ही निगम की मजबूती का मूल आधार हैं। पूर्वांचल अभिकर्ता एसोसिएशन के अध्यक्ष गिरीश पाण्डेय ने भी कहा कि आजादी के बाद देश आर्थिक बदहाली का शिकार था।‌ लोगों को आर्थिक मजबूती देने के लिए 19 जून 1956 को जवाहरलाल नेहरू ज़ी के नेतृत्व में भारत सरकार ने सदन में इंश्योरेंस एक्ट पारित किया जिसके बाद भारतीय जीवन बीमा निगम अस्तित्व में आई और लगातार अपनी ईमानदारी से सेवा कर करोड़ों लोगों को आर्थिक सहायता देने के साथ साथ देश की अर्थव्यवस्था में भी अहम योगदान प्रदान कर रही है। इस मौके पर एओ राम लखन, गिरिजा शंकर, प्रमोद पटेल, रत्नेश जायसवाल, प्रेम नाथ त्रिपाठी,राधेश्याम सिंह, वृज विहारी, जितेंद्र प्रसाद सिंह,दया शंकर, परमानन्द सिंह, सुरेन्द्र सिंह, सुरेश चतुर्वेदी, विरेन्द्र कुमार, हिमांशु त्रिपाठी, सत्यम मिश्रा, अतुल पाठक, प्रवीण कुमार,पूजा कुमारी, श्रवण कुमार, अभिषेक शर्मा, हज़ारी, के एन पाण्डेय एक्स आर्मी , जय प्रकाश तथा राम सूरत उपस्थित रहे।

Translate »