झमाझम बारिश से पानी ही पानी

– विलंब ही सही किसान धान की रोपाई में जुटे

शाहगंज-सोनभद्र(सर्वेश कुमार/ज्ञानदास कन्नौजिया)। क्षेत्र में बीती रात हुई झमाझम बारिश ज्यादातर किसानों के लिए क्या वर्षा जब कृषि सुखाने की कहावत चरितार्थ हो रही है। ऐसे किसान खेतों में पानी भरे होने के बाद भी धान की रोपाई करने से कतरा रहे है। इनका मानना है कि नर्सरी में धान की बेहन काफी देर हो जाने के कारण रोपने लायक नहीं रह गई है। इसे यदि रोप भी दिया जाए तो पैदावार लागत से भी काफी कम होगी। हालांकि तमाम किसान सब कुछ नजरअंदाज कर पशुओं को चारा (पुआल) हो जाने को मानकर रोपाई करने में जुट गये है। बताते चलें कि बीती रात अचानक मौसम परिवर्तन हुआ और फिर शुरू कर दी झमाझम बारिश। इससे ढुटेर,

उसरी, सहुआर, बालडीह, जमगाँव, राजपुर आदि गांवों में जल प्लावन की स्थिति उत्पन्न हो गई है। तिवार मौजा में तो गुरुवार को बाढ़ जैसा दृश्य नजर आ रहा था। राबर्टसगनंज_ घोरावल मुख्य मार्ग पर ढुटेर और ऊसरी गांव के मध्य करीब एक फीट पानी चल रहा था। वाहन इस पानी से गुजर रहे थे। जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ जमी रही। गुरुवार को सुबह कुछ किसान धान की रोपाई की तैयारी में जुट गए। अधिकांश किसानों ने रोपाई में काफी विलंब हो जाने की वजह से मायूस है और अकाल मान खेती नहीं कर रहे हैं। इनका कहना है कि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो समय से रबी फसल की बुवाई कर अच्छी उपज लेकर इसकी भरपाई कर ली जाएगी। बहरहाल जो भी हो इस साल इस इलाके के लिए इस तरह की यह पहली बरसात मानी जा रही है। जिससे किसान ही नहीं आम जनमानस भी प्रसन्न नजर आ रहे हैं। लोगों का कहना है कि इस झमाझम बरसात से भू-जल स्तर में भी वृद्धि होगी और लोगों को पीने के पानी की भी सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।

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