उत्तर प्रदेश के जल शक्ति एवं वाराणसी मंडल के प्रभारी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने काशी में चलाया प्लास्टिक मुक्ति एवं स्वच्छता कार्यक्रम

वाराणसी से पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट

निरंतर स्वच्छता कार्यक्रम संचालित किए जाने के साथ ही साथ पूरे नगर को स्वच्छ रखे जाने का दिया निर्देश

सड़क के किनारे पड़े प्लास्टिक के बोतल आदि वस्तुओं को मंत्री ने स्वयं अपने हाथों से हटाया

सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट गोइठहा का भी निरीक्षण किया

नालो के बीच-बीच में ही अवरोधक लगाए, ताकि प्लास्टिक के वस्तुओ को रोका जा सके-मंत्री स्वतंत्र देव सिंह

प्रत्येक नालो के पास रहने वाले 5 स्थानीय गणमान्य लोगों की टीमें बनाकर उनके माध्यम से लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाय

विकास भवन स्थित सरकारी कार्यालयों का निरीक्षण कर अधिकारी/कर्मचारियों की उपस्थिति की परखी

मंत्री ने जल संस्थान भेलूपुर का भी किया निरीक्षण

लखनऊ की कठौता झील की तर्ज पर यहां भी वैसी ही झील बनायी जाय और उसमे गंगा जल व वर्षा जल एकत्रित किया जाय-जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह

वाराणसी के ग्राउंड वाटर लेवल को ऊपर लाने का प्रयास करने और चारों ओर झील के निर्माण कराये जाने पर दिया जोर

शोधित जल को गिलास में लेकर स्वयं मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने ग्रहण किया

साधन सहकारी समिति बरियासनपुर का भी किया निरीक्षण

चिरईगांव विकासखंड क्षेत्र के सीवों में गो आश्रय केंद्र, आगनवाड़ी केंद्र एवं प्राथमिक विद्यालय तथा कस्तूरबा गांधी विद्यालय का भी किया निरीक्षण

आंगनवाड़ी केंद्र पर बच्चों का अन्नप्राशन एवं गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की

वाराणसी।आंगनबाड़ी केंद्र में एक दृष्टिहीन ग्रामीण महिला को मंत्री ने लड्डू खिलाया और उनका आशीर्वाद लिया, उस क्षण महिला काफी भावुक हो गई वाराणसी। उत्तर प्रदेश के जल शक्ति एवं वाराणसी मंडल के प्रभारी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह अपने तीन दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान मंगलवार को देर शाम वाराणसी पहुंचे तथा बुधवार को प्रातः काल जिला मुख्यालय के पास महावीर मंदिर से अर्दलीबाजार चौराहा तक प्लास्टिक मुक्ति एवं स्वच्छता कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान उन्होंने मौक़े पर मौजूद नगर आयुक्त को निरंतर स्वच्छता कार्यक्रम संचालित किए जाने के साथ ही साथ पूरे नगर को स्वच्छ रखे जाने का निर्देश दिया। उन्होंने मौके पर मौजूद सफाई कर्मियों को पूरे मनोयोग से अपने दायित्व का निर्वहन किए जाने का निर्देश दिया तथा विशेष रूप से जोर देते हुए कहा सड़क के किनारे पड़े प्लास्टिक की वस्तुओं को हर हालत में मौके से हटाकर डंपिंग स्थल पर पहुंचवाए। कार्यक्रम के दौरान मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सड़क के किनारे फेके गए प्लास्टिक के बोतलों को उठाकर कचरा दान में डाला। वहीं उन्होंने आसपास मौजूद स्थानीय लोगों को भी स्वच्छता कार्यक्रम के प्रति जागरूक किया और प्लास्टिक बैग आदि का प्रयोग न किए जाने की सलाह दी। उन्होंने इसे पर्यावरण के लिए खतरा बताते हुए इससे पूरी तरह परहेज किए जाने का सुझाव दिया। तत्पश्चात उन्होंने गंगा नदी में गिरने वाले नालों पर निर्मित/निर्माणाधीन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट गोइठहा का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्लांट के क्रियान्वयन के संबंध में अभियंताओं से जानकारी प्राप्त की। बताया गया कि यहां से सीवरेज पानी का ट्रीटमेंट करने के पश्चात 15 किलोमीटर परिधि में इसका उपयोग खेती कार्य में होता है। इसका और विस्तार किए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने मौके पर पाकड़, बरगद, पीपल आदि के वृक्ष लगाए जाने का निर्देश देते हुए कहा कि इन से अधिक मात्रा में ऑक्सीजन निकलते हैं। गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के महाप्रबंधक एवं अधिशासी अभियंता से शहर में उपलब्ध नालों के संबंध में जानकारी की और निर्देशित करते हुए कहा कि इन नालो के बीच-बीच में ही इस प्रकार के अवरोधक लगाए जाएं, ताकि प्लास्टिक के वस्तुओ को रोका जा सके। प्रत्येक नालो के पास रहने वाले 5 स्थानीय गणमान्य लोगों की टीमें बनाकर उन के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किए जाने का निर्देश दिया। युवाओं ने मौके पर मौजूद अधिकारियों/कर्मचारियों से परिचय प्राप्त करते हुए उन्हें परिसर में ही योगा करने एवं गाय पालने का सुझाव दिया। मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने विकास भवन स्थित सरकारी कार्यालयों का भी निरीक्षण किया। जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी कार्यालय में निरीक्षण के दौरान उन्होंने उपस्थिति एवं भ्रमण पंजिका का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, प्रखंडीय लेखाधिकारी कार्यालय, जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय, तकनीकी एवं कंट्रोल रूम, सोशल ऑडिट कार्यालय में अधिकारी/कर्मचारियों की उपस्थिति परखी। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कार्यालयों में साफ-सफाई पर संतोष व्यक्त करते हुए इसमें और सुधार लाए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय अवलोकन किया। तत्पश्चात जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने महापौर मृदुला जायसवाल तथा जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा संग भेलूपुर स्थित जल संस्थान का निरीक्षण किया। उन्होंने सबसे पहले परिसर में वह स्थल देखा जहां गंगा नदी से पंपिंग स्टेशन द्वारा पानी लाकर टैंक में गिराया जाता है। उन्होंने मौके पर महाप्रबंधक से कहा कि लखनऊ की कठौता झील की तर्ज पर यहां भी वैसी ही झील बनायी जाय और गंगा जल व वर्षा जल एकत्रित किया जाय। उन्होंने पूछा कि कहां-कहां से गंगा का पानी शोधन के लिए लाया जाता है। जिस पर महाप्रबंधक ने बताया कि कैथी पंपिंग स्टेशन और सीस वरुणा लगभग साढ़े तीन किलोमीटर दूर से पाइप द्वारा पानी लाया जाता है। मंत्री ने चिंता व्यक्त की कि भविष्य में शहरी क्षेत्र के लोगों को पीने का शुद्ध पानी उपलब्ध कराना एक बड़ी चुनौती बनेगा। वाराणसी के ग्राउंड वाटर लेवल को ऊपर लाने के लिए प्रयास करने और चारों ओर झील के निर्माण कराये जाने पर जोर देते हुए, जल संस्थान के परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों को तेजी से पूरा कराने का निर्देश महाप्रबंधक को दिया और कहा कि बनारस के लिए कुछ विशेष कार्य कीजिए। इस दौरान उन्होंने जल संस्थान के जल शोधन लैब का भी अवलोकन किया तथा शोधित जल को गिलास में लेकर स्वयं ग्रहण किया।

जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत बने पाइप पेयजल परियोजना का स्थलीय निरीक्षण किया जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने विकास खंड चिरईगांव के सुल्तानपुर ग्राम सभा में जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत बने पाइप पेयजल परियोजना का स्थलीय निरीक्षण किया। बताया गया कि 311 घरों में कनेक्शन दिए गए हैं। प्रत्येक घरों में 55 मीटर प्रति दिन के हिसाब से पेयजल आपूर्ति की जा रही है। स्थानीय लोगों से पेयजल आपूर्ति की जानकारी प्राप्त की। इस दौरान उन्होंने कई घरों में जाकर अपूर्तित पेयजल को गिलास में लेकर उसकी गुणवत्ता को भी देखा।

साधन सहकारी समिति बरियासनपुर, चिरईगांव विकासखंड क्षेत्र के सीवों में गो आश्रय केंद्र, आगनवाड़ी केंद्र एवं प्राथमिक विद्यालय तथा कस्तूरबा गांधी विद्यालय का भी किया निरीक्षण मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने साधन सहकारी समिति बरियासनपुर का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद लोगों से भी वार्ता कर जानकारी प्राप्त की। तत्पश्चात उन्होंने चिरईगांव विकासखंड क्षेत्र के गो आश्रय केंद्र, आगनवाड़ी केंद्र एवं प्राथमिक विद्यालय तथा कस्तूरबा गांधी विद्यालय, सीवों का निरीक्षण किया। गो आश्रय केंद्र के दौरान उन्होंने पशुओं के लिए चारा एवं पेयजल आदि की व्यवस्था की जानकारी की। उन्होंने मौके पर मौजूद पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि गोवंश को किसी भी प्रकार की परेशानी न होने पाए। बरसात का समय हैं समुचित छाया की भी व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए।आँगनवाड़ी केंद्र में निरीक्षण के दौरान मौके पर मौजूद बच्चों एवं महिलाओं से भी उन्होंने वार्ता की और आंगनवाड़ी से मिल रहे सुविधाओं के बाबत जानकारी ली। गर्भवती महिलाओं से बाल विकास विभाग द्वारा दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। महिलाओं ने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ती द्वारा पुष्टाहार, चने की दाल, दलिया और रिफाइंड तेल प्रत्येक महीने दिया जाता है और साथ में वजन भी किया जाता है तथा आयरन फोलिक एसिड की गोलियां दी जाती। मंत्री ने गर्भवती महिलाओं को उचित खानपान और आराम की सलाह दी। मौके पर मौजूद कुछ ग्रामीण महिलाओं से भी उन्होंने बातचीत की और उनका हाल जाना।आंगनबाड़ी केंद्र में उपस्थित एक दृष्टिहीन ग्रामीण महिला को मंत्री ने लड्डू खिलाया और उनका आशीर्वाद लिया। उस क्षण महिला काफी भावुक हो गई। इस दौरान मंत्री स्वतंत्र देव सिंह में आंगनवाड़ी केंद्र पर शिवांगी, कृति व अनुभव का अन्नप्राशन तथा गर्भवती महिला बबीता, पूनम मौर्या, लक्ष्मी, नंदनी व खुशबू के गोद भराई की रसम पूरी की। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरपतपुर का भी निरीक्षण किया। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया कि रात्रि में भी चिकित्सक मौजूद रहे। जिससे आकस्मिक चिकित्सा क्षेत्रवासियों को आसानी से मिल सके। उन्होंने दवाओं के उपलब्धता की भी जानकारी ली और निर्देशित किया कि शासन की मंशा के अनुरूप लोगों को आवश्यकता के अनुरूप निःशुल्क चिकित्सा व्यवस्था बेहतर रूप से मुहैया कराया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही अथवा शिथिलता नहीं होनी चाहिए। इस दौरान मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के साथ राज्यमंत्री समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति विकास विभाग एवं प्रभारी मंत्री संजीव कुमार गोड़, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, भाजपा जिला अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा तथा महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय प्रमुख रूप से उपस्थित है।

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