सड़क खराब होने से ग्रामीण परेशान

ओम प्रकाश रावत

विंढमगंज से कोन की गांवों से जोड़ने वाली विंढमगंज कोन सड़क की दशा मरम्मत के अभाव में दयनीय हो गई है। इस सड़क मार्ग से रोजाना गुजरने वाले वाहन चालक राहगीर डरने लगे हैं। वहीं अनजान राहगीर या वाहन चालक दुर्घटना का शिकार होते हैं। सबसे खराब दशा कचनरवा बाजार में बीच सड़क की है जो पूरी तरह से गड्‌ढों में तब्दील हो चुकी है। बाजार के आसपास सड़क के बीचों बीच लंबे-चौड़े गहरे गड्‌ढे बने हुए है जिनसे बचाने के चक्कर में वाहन चालक असंतुलित हो कर गिर जाते हैं। फुटपाथ पर चलने वाले पैदल राहगीर भी गड्‌ढों के चलते सुरक्षित नहीं हैं।फुटपाथ में चलनेवाले राहगीर के बचाने में अधिकांश वाहन गड्‌ढों में चले जाते है जिससे वाहन को क्षति होती है यहाँ से गुजरने वाले हर कोई शाषन प्रशासन को कोसते हैं आखिर इतनी खराब सडक क्यों है

अधिकारियों की आंख क्यों नहीं खुलती है सालों से यह नजारा देखने को मिल रहा है आए दिन छोटी-मोटी दुर्घटनाएं होती रहती है जल जमाव से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। जलजमाव से कई घातक बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। वही ग्रामीण विकास ने कहा कि सड़क की हालत काफी समय से दयनीय बनी हुई है। लेकिन संबंधित विभाग का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। सड़क पर गड्ढो में वाहनों का चलना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। संबंधित विभाग के अधिकारी समस्या को जानते हुए भी अनजान बने हुए हैं। कुछ नहीं तो जल निकासी की व्यवस्था की जाती आज दुर्गंध के मारे बाजार में खड़ा होना भी मुश्किल है!


ग्रामीणों के बार-बार मांग के बाद भी नहीं सुधरी दशा इस क्षेत्र के ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों को इस सड़क के सुधार करने की मांग की। पर आज तक न तो सड़क सुधरी और न ही लोगों को राहत मिली। जिसके कारण इस क्षेत्र के ग्रामीण व्यथित हैं। सड़क की उपेक्षा से यह साबित हो जाता है कि उच्च पदों पर बैठे अधिकारी ऐसे मामलों में कितने संवेदनशील हैं।

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