सनातन परंपरा के उपासकों ने वाहनों से रक्षा सूत्र बंघवा
उनके संरक्षा का दिया आश्वासन
सोनभद्र(सर्वेश कुमार)। भाई और बहन के बीच प्यार का प्रतीक रक्षा बंधन श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाया गया। इस दौरान शुक्रवार को सोनांचल के विभिन्न स्थानों पर रक्षाबंधन पर्व मनाया गया। रामगढ़ भिखारी आश्रम
पर भिक्षुक भिखारी बाबा जंगली दास महाराज ने बहनों से रक्षा सूत्र बंधवाया और उपहार में रक्षा करने का आशीर्वाद दिया। वहीं इसे पर्यावरण से जोड़ दिया जाए तो प्यार खुशियों से भर जाता है। पर्यावरण प्रेमी डॉ बृजेश महादेव ने गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी राखी बधवाई में बहनों को पौधों का उपहार भेंट किया और आवाहन किया कि सभी भाइयों को
रक्षाबंधन के अवसर पर एक फलदार अथवा पसंदीदा पौधा जरूर भेंट करें। साथ ही घर पर उनके हाथों से एक पौधा रोपित भी कराने का कार्य करें। उनका मानना है कि उनके इस प्रक्रिया से भाई और बहन में प्रेम और बढ़ेगा साथ ही मायके में बहनों की यादें भी संरक्षित रहेंगी। साथ ही जहाँ है हरियाली वहाँ है खुशहाली की सार्थकता भी सिद्ध होगी। सभी बहनों ने इस अनोखे उपहार को सहर्ष स्वीकार किया तथा उसे संरक्षित
करने का संकल्प लिया और कहा कि जीवन में पहली बार हमें एक अनोखा उपहार मिल रहा है, इसे हम सभी यादगार बनाएंगे। बहनों ने डां बृजेश महादेव के इस उपहार को सबसे मूल्यवान बताया और घर पर रोपित पौधों को राखी बांधकर उनके संरक्षण का संकल्प लिया। भाई बहन का प्यार- वृक्ष बनाए यादगार का नारा भी दिया और सभी ने मिलकर पौधरोपण भी किया।