पुरुषोत्तम चतुर्वेदी की रिपोर्ट
इस साझेदारी से एमएसएमई, बुनकरों, शिल्पकारों और नि:शक्त लोगों को क्षमता निर्माण करने और भारत में तेज़ी से बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था का लाभ उठाने में मदद मिलेगी
वाराणसी – 7 अगस्त, 2022: देश के स्वदेशी ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट ने आज वाराणसी के कारीगरों, बुनकरों और नि:शक्त जनों को राष्ट्रीय बाज़ार तक पहुंच उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन, वाराणसी, उत्तर प्रदेश सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की।
इस भागीदारी के माध्यम से राज्य की लोकप्रिय चीज़ें जैसे बनारसी साड़ियां, हाथ से बनी कालीनें, ज़रदोजी शिल्प और हाथ से बनी दरियां फ्लिपकार्ट प्लेटफॉर्म पर 40 करोड़ ग्राहकों के लिए उपलब्ध होंगी। फ्लिपकार्ट समर्थ कार्यक्रम प्रशिक्षण और समयबद्ध इंक्यूबेशन की मदद उपलब्ध कराएगा जिससे कारीगरों, बुनकरों, नि:शक्त जनों और शिल्पकारों को ई-कॉमर्स के माध्यम से अपने कारोबार का विस्तार करने में मदद मिलेगी।
इस एमओयू पर हस्ताक्षर वाराणसी में आयोजित एक समारोह में श्री भानु प्रताप सिंह वर्मा, माननीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्यमंत्री, भारत सरकार सहित श्री उमेश कुमार सिंह, संयुक्त आयुक्त, उद्योग विभाग, वाराणसी मंडल और श्री रजनीश कुमार, चीफ कॉर्पोरेट अफेयर्स ऑफिसर, फ्लिपकार्ट ग्रुप की उपस्थिति में किए गए।
कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने वाले अतिथियों में माननीय मंत्री एमएसएमई, खादी एवं निर्यात, उत्तर प्रदेश सरकार और श्री रविंद्र जायसवाल, माननीय मंत्री पंजीकरण एवं स्टांप, उत्तर प्रदेश सरकार प्रमुख रहे। इसके अलावा अन्य गणमान्य व्यक्तियों में श्री नवनीत सहगल, अतिरिक्त मुख्य सचिव, एमएसएमई, सूचना, खादी एवं निर्यात विभाग, श्री दीपक अग्रवाल, मंडल आयुक्त, वाराणसी और वाराणसी के जिलाधिकारी श्री कौशल राज शर्मा शामिल रहे।
इस कार्यक्रम में वाराणसी के कारीगरों, बुनकरों, नि:शक्त लोगों और शिल्पकारों को समाज के प्रति उनके योगदान के लिए अतिथियों की ओर से सम्मानित भी किया गया।
इस प्रयास के बारे में श्री भानु प्रताप सिंह वर्मा, माननीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्यमंत्री, भारत सरकार ने कहा, “वर्तमान में, एमएसएमई टैक्नोलॉजी की ताकत का इस्तेमाल करते हुए बाजारों तक व्यापक पहुंच बना रहे हैं। ई-कॉमर्स के जरिए देशभर में ग्राहक राज्य विशेष के विशिष्ट उत्पादों जैसे बनारसी साड़ियों, हाथ के बुने कालीनों, ज़रदोज़ी क्राफ्ट, मैटल क्राफ्ट और हाथ की बनी दरियों को खरीदने में समर्थ बनते हैं। एमएसएमई का विकास एवं डिजिटल परिदृश्य में बदलाव देश को $5 अर्थव्यवस्था बनने का सपना साकार करने में मदद कर रहे हैं।”
इस भागीदारी के बारे में रजनीश कुमार, चीफ कॉर्पोरेट अफेयर्स ऑफिसर, फ्लिपकार्ट ग्रुप ने कहा, “हम लाखों स्थानीय कारोबारों को ई-कॉमर्स अपनाने में मदद कर भारत के आर्थिक विकास के सफर का हिस्सा बनने को लेकर उत्साहित और प्रतिबद्ध हैं। हम उनके कारोबार का डिजिटलीकरण कर फ्लिपकार्ट ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस के माध्यम से वृद्धि के अवसरों को टटोलने में उनकी मदद करने पर ध्यान जमा रहे हैं। हम उत्तर प्रदेश में अपनी सक्रियता बढ़ाकर इस एमओयू के माध्यम से लाखों नए अवसर और नई नौकरियां पैदा करते हुए खुशी महसूस कर रहे हैं। साथ ही, हम देश की आज़ादी के अमृत महोत्सव से कुछ ही दिन पहले आयोजित होने वाले राष्ट्रीय हरकरघा दिवस के मौके पर वाराणसी में लघु कारोबारों, बुनकरों, कारीगरों आदि के लिए ई-कॉमर्स के क्षेत्र में विस्तार के अवसर उपलब्ध करा रहे हैं।”
फ्लिपकार्ट समर्थ की शुरुआत 2019 में देशव्यापी अभियान के तौर पर की गई थी जिसका लक्ष्य देश भर के एमएसएमई, कारीगरों और पिछड़े तबकों को ई-कॉमर्स के माध्यम से वृद्धि के अवसर उपलब्ध कराना है। इस कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य देश के पिछड़े समुदायों और कंपनियों को स्थायी एवं समावेशी प्लेटफॉर्म और उन्हें जीवनयापन के बेहतर अवसर उपलब्ध कराना है। फ्लिपकार्ट समर्थ, इन छोटे कारोबारों को फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस पर अपना कारोबार स्थापित करने में मदद करने के लिए सीमित समय के लिए इंक्यूबेशन, ऑनबोर्डिंग में सहायता, मुफ्त में कैटलॉग बनाने, मार्केटिंग से जुड़ी सहायता उपलब्ध कराने, अकाउंट की देखभाल करने, कारोबार से जुड़ी अहम जानकारी उपलब्ध कराने के साथ-साथ वेयरहाउसिंग से जुड़ी मदद देता है।